हैदराबाद: बुडापेस्ट में होने वाली वर्ल्ड टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भारत की भागीदारी को लेकर लगातार विवाद जारी है. इस समस्या को लेकर टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया(टीटीएफआई) और अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस फेडरेशन(आईटीटीएफ) दोनों परेशान हैं.
दरअसल 21 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच होने वाले टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अभी तक भारत की भागीदारी को लेकर विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है. जहां इस मामले को लेकर टीटीएफआई सरकार द्वारा हरी झंड़ी की प्रतिक्षा कर रही है, वहीं आईटीटीएफ ने धमकी दी है कि अगर जल्द से जल्द भारत द्वारा दौरे की संपूर्ण जानकारी नहीं दी गई तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा.
![Dispute continues For Indian entry in Table Tennis Championship](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/2911161_ittf.png)
आपको बता दें आगामी टेटे चैंपियनशिप हर देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके अनुसार ही आपको ओलंपिक क्वालिफाई के लिए बहुमूल्य अंक मिलेंगे. टीटीएफआई के सचिव एमपी सिंह ने कहा कि सरकार ने अभी तक क्लियरेंस नहीं दिया है, और बिना उसके वो आईटीटीएफ को किसी भी तरह की जानकारी नहीं दे सकते हैं.
गौरतलब है 19 अप्रैल को भारतीय दल को चैंपियनशिप के लिए रवाना होना है, और अभी तक सरकार की तरफ से क्लियरेंस न मिलना आईटीटीएप और टीटीएफआई दोनों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
एमपी सिंह ने कहा कि अगर सोमवार तक भारत को क्लियरेंस नहीं मिलती है तो ओलंपिक क्वालिफाई के मद्देनजर मुश्किलें ज्यादा बढ़ जाएंगी.
दरअसल इन मुश्किलों के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि टीटीएफआई द्वारा पूरे साल का कैलेंडर अभी तक खेल मंत्रालय से स्वीकृत नहीं किया गया है. ये देरी आम चुनाव के मद्देनजर हुई है. एक तरफ अगर आप देश को स्पोर्टिंग कल्चर की ओर बढ़ाना चाहते हैं तो ऐसी छोटी-छोटी चीजों को शॉर्ट-आउट करना होगा.