पटियाला: तमिलनाडु की 22 साल की धनलक्ष्मी एनआईएस परिसर में 11.39 सेकेंड के समय के साथ ओडिशा की दुती (11.58 सेकेंड) को पछाड़कर चैंपियनशिप की सबसे तेज महिला धावक बनीं. तमिलनाडु की ही अर्चना सुसींद्रन ने 11.76 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया.
इससे पहले अपने पसंदीदा 400 मीटर की जगह 100 और 200 मीटर में चुनौती पेश कर रही हिमा गलत शुरुआत के कारण डिस्क्वालीफाई हो गईं.
बहुप्रतीक्षित महिला 100 मीटर का फाइनल हालांकि उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. हिमा जहां डिस्क्वालीफाई हो गईं तो वहीं दुती और धनलक्ष्मी 11.15 सेकेंड के ओलंपिक क्वालीफाइंग स्तर के करीब भी नहीं पहुंच सकीं. धनलक्ष्मी ने सोमवार को 11.38 सेकेंड के समय के साथ फाइनल में जगह बनाई थी. वो फाइनल में अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकीं. दुती भी सोमवार के 11.51 सेकेंड के प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकी.
पंजाब के गुरिंदरवीर सिंह ने 10.32 सेकेंड के समय के साथ पुरुष 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता. तमिलनाडु के एलाकियादासन कन्नड़ा (10.43 सेकेंड) दूसरे जबकि महाराष्ट्र के सतीश कृष्णकुमार (10.56 सेकेंड) तीसरे स्थान पर रहे.
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक ओडिशा के अमिया कुमार मलिक ने 10.75 सेकेंड के समय के साथ सातवां स्थान हासिल किया. पुरुष वर्ग में ओलंपिक क्वालीफिकेशन स्तर 10.05 सेकेंड है. कर्नाटक का प्रतिनिधित्व कर रहीं अनुभवी एमआर पूवम्मा ने 53.57 सेकेंड के समय के साथ महिला 400 मीटर वर्ग का खिताब जीता.