बीजिंग: चीन ने कहा है कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वैरिएंट बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के आयोजकों के लिये चिंता का सबब है लेकिन उसे यकीन है कि खेल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार फरवरी में होंगे.
नया वैरिएंट खेल के लिये नयी चुनौती है. बीजिंग में कुदरती बर्फ नहीं होने, चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड और सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व शीर्ष नेता के खिलाफ टेनिस स्टार पेंग शुआइ के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पहले ही खेलों की आलोचना हो रही है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि ओमीक्रोन बहुत बड़ी चुनौती होगा.
उन्होंने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि शीतकालीन ओलंपिक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे. सफल होंगे और कोई परेशानी नहीं होगी."
चीन ने कोरोना यात्रा प्रतिबंध लागू कर रखे हैं और उसने कहा कि खेलों में विदेशी दर्शकों को अनुमति नहीं दी जायेगी. इसके अलावा खिलाड़ियों, स्टाफ और पत्रकारों को बायो बबल में रहना होगा.
बता दें कि भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर तनावपूर्ण स्थिति के बीच, चीन, रूस और भारत के विदेश मंत्रियों की 18वीं वर्चुअल बैठक में बीजिंग में होने वाले 2022 शीतकालीन ओलंपिक (Beijing 2022 Winter Olympic Games) का समर्थन किया है. इस पर चीनी राज्य-नियंत्रित मीडिया ने खुशी जताई है.
भारत द्वारा समर्थन मिलने पर राज्य-नियंत्रित चीनी मीडिया की राय बताई गई है. ऐसे समय में जब अमेरिका और उसके सहयोगी ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया शीतकालीन ओलंपिक के 'राजनयिक बहिष्कार' पर विचार कर रहे हैं. भारत का समर्थन चीन के लिए एक चौंकाने वाला कदम है.
रविवार को राज्य-नियंत्रित 'ग्लोबल टाइम्स' (state-controlled Global Times) में एक संपादकीय में लिखा है कि बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों के प्रति भारत का व्यवहार इस बात का प्रतीक है कि नई दिल्ली अपनी मजबूत कूटनीतिक और रणनीतिक स्वायत्तता (diplomatic and strategic autonomy) बरकरार रखती है.
अमेरिका के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों के बावजूद भारत का मतलब ये नहीं है कि वो सभी क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों में अमेरिका के प्रति झुकाव रखता है. नई दिल्ली वॉशिंगटन का 'स्वाभाविक सहयोगी' (natural ally of Washington) नहीं है.'
लेख में कहा गया है कि हाल के वर्षों में नई दिल्ली भू-राजनीति के मामले में वॉशिंगटन की ओर बढ़ रही है और कुछ मुद्दों पर बीजिंग के प्रति शत्रुतापूर्ण है. ऐसे हालात में बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए भारत के समर्थन ने देश और विदेश में कुछ नेटिज़न्स (Netizens) को चौंका दिया है.