नई दिल्ली: भारत के हाई परफोरमेंस निदेशक बर्नार्ड डुने ने शनिवार को पुष्टि की कि स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने एशियाई खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया है जो 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिये पहला क्वालीफायर भी है. एशियाई खेलों के चयन के लिए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की नीति के अनुसार, 'जिन खिलाड़ियों ने विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण/रजत पदक जीत लिया है, वे एशियाई खेलों में पहले ओलंपिक क्वालीफायर के लिए स्वत: ही चुन लिए जायेंगे.
इसका मतलब है कि निकहत (50 किग्रा) और लवलीना (75 किग्रा) ने महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई कर लिया है जो क्रमश: लाइट फ्लाईवेट और मिडिलवेट फाइनल में पहुंच चुकी हैं. आपको बता दें कि 23 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों का आयोजन किया जायेगा. बर्नार्ड डुने ने पत्रकारों से कहा, 'जो यहां विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतते हैं, वे एशियाई खेलों के लिये स्वत: ही चुन लिए जायेंगे.
एशियाई खेलों के लिये महिला मुक्केबाज पांच वजन वर्गों 51 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा में खेलेंगी जबकि ओलंपिक में छह वजन वर्ग हैं जो 50 किग्रा, 54 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 66 किग्रा और 75 किग्रा हैं. इसका मतलब है कि न्यूनतम वजन वर्ग (48 किग्रा) की विश्व चैम्पियन नीतू गंघास और फाइनल में पहुंची स्वीटी बूरा (81 किग्रा) स्टैंडबाई मुक्केबाज होंगी, अगर वे ओलंपिक वजन वर्ग में बदलने का फैसला करती हैं. डुने ने कहा, 'कोई भी जो वजन वर्ग में बदलाव करेगा, उसे दूसरे या तीसरे स्थान पर रहना होगा. लेकिन अगर क्वालीफाई करने वाले मुक्केबाज को कुछ हो जाये तो हम चाहेंगे कि हमारी दूसरी या तीसरी नंबर की मुक्केबाज तैयार रहें.
(पीटीआई: भाषा)