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बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन विश्व को देगा नया संदेश

साल 2008 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का शानदार आयोजन कर दुनिया को अचंभित करने वाले चीन में 24वें शीतकालीन ओलंपिक खेल शुरू हो गए हैं.

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Beijing Winter Olympics
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Published : Feb 5, 2022, 10:27 PM IST

बीजिंग: साल 2008 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का शानदार आयोजन कर दुनिया को अचंभित करने वाले चीन में 24वें शीतकालीन ओलंपिक खेल शुरू हो गए हैं. कोरोना महामारी के इस मुश्किल दौर में चीन द्वारा समय पर इतना बड़ा वैश्विक खेल आयोजन करना आसान बात नहीं है, जिस तरह से विश्व के कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ाई है, ऐसे में बड़ी संख्या में एथलीट पेइचिंग, येनछिंग और चांगच्याखो तीन प्रतियोगिता स्थलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.

शायद दुनिया भर के लोगों को यकीन नहीं होगा कि कई मुश्किलों और चुनौतियों के बाद भी सरकार व चीनी ओलंपिक समिति ने खेलों को स्थगित न करने का फैसला किया. इसके लिए सभी नियमों का पालन भी किया गया. कहना गलत न होगा कि यह सब विभिन्न जिम्मेदार एजेंसियों, स्वयंसेवकों और आम नागरिकों के अनुशासन का ही नतीजा है.

यह भी पढ़ें: Video: चीन में 'गुंडागर्दी', विंटर ओलंपिक कवरेज कर रहे पत्रकार को Live TV पर घसीटा

4 फरवरी की रात को पेइचिंग के ऐतिहासिक नेशनल स्टेडियम में शीतकालीन ओलंपिक का आगाज हुआ, जो 20 फरवरी तक चलेगा. हमने देखा कि ओलंपिक के उद्घाटन में दुनिया के कई देशों, क्षेत्रों और संगठनों के प्रमुखों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया. इससे शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार की बात पूरी तरह खारिज हो गई. वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग समेत विभिन्न देशों के नेता इस बड़े खेल मंच पर मॉस्क पहनने के साथ-साथ सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दिखे.

वैसे सभी एथलीट और तमाम अन्य प्रतिनिधि भी इस दौरान बायो-बबल में रहकर नियमों का पालन करेंगे, ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. यह पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है कि चीन ने महामारी पर काबू पाने में किस तरह सफलता हासिल की. इससे चीन में होने वाले बड़े आयोजनों पर बहुत कम असर पड़ा.

यह भी पढ़ें: हॉकी इंडिया: जूनियर महिला शिविर के लिए 33 सदस्यीय संभावितों का एलान

गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक एक साल की देरी से आयोजित हुआ. लेकिन चीन ने नियत समय पर शीतकालीन खेलों का आयोजन करने का साहस दिखाया. इसके साथ ही चीन को अमेरिका आदि देशों की ओर से शीतकालीन खेलों के राजनयिक बहिष्कार की धमकी भी मिली. उन देशों ने चीन पर मानवाधिकार उल्लंघन करने का आरोप लगाया, लेकिन चीन इसकी चिंता किए बगैर ओलंपिक की तैयारी में लगा रहा.

चीन ने सभी प्रतियोगिता स्थलों का निर्माण निर्धारित समय से पहले पूरा किया. आने वाले दिनों में भी विश्वभर के लोगों का ध्यान इस शानदार आयोजन पर लगा रहेगा. इस बार के शीतकालीन ओलंपिक की थीम, दुगेटर फॉर ए शेयर्ड फ्यूचर है. इससे जाहिर होता है कि दुनिया एक परिवार है और सभी लोगों का भाग्य एक-दूसरे से जुड़ा है.

(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

बीजिंग: साल 2008 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का शानदार आयोजन कर दुनिया को अचंभित करने वाले चीन में 24वें शीतकालीन ओलंपिक खेल शुरू हो गए हैं. कोरोना महामारी के इस मुश्किल दौर में चीन द्वारा समय पर इतना बड़ा वैश्विक खेल आयोजन करना आसान बात नहीं है, जिस तरह से विश्व के कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ाई है, ऐसे में बड़ी संख्या में एथलीट पेइचिंग, येनछिंग और चांगच्याखो तीन प्रतियोगिता स्थलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.

शायद दुनिया भर के लोगों को यकीन नहीं होगा कि कई मुश्किलों और चुनौतियों के बाद भी सरकार व चीनी ओलंपिक समिति ने खेलों को स्थगित न करने का फैसला किया. इसके लिए सभी नियमों का पालन भी किया गया. कहना गलत न होगा कि यह सब विभिन्न जिम्मेदार एजेंसियों, स्वयंसेवकों और आम नागरिकों के अनुशासन का ही नतीजा है.

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4 फरवरी की रात को पेइचिंग के ऐतिहासिक नेशनल स्टेडियम में शीतकालीन ओलंपिक का आगाज हुआ, जो 20 फरवरी तक चलेगा. हमने देखा कि ओलंपिक के उद्घाटन में दुनिया के कई देशों, क्षेत्रों और संगठनों के प्रमुखों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया. इससे शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार की बात पूरी तरह खारिज हो गई. वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग समेत विभिन्न देशों के नेता इस बड़े खेल मंच पर मॉस्क पहनने के साथ-साथ सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दिखे.

वैसे सभी एथलीट और तमाम अन्य प्रतिनिधि भी इस दौरान बायो-बबल में रहकर नियमों का पालन करेंगे, ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. यह पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है कि चीन ने महामारी पर काबू पाने में किस तरह सफलता हासिल की. इससे चीन में होने वाले बड़े आयोजनों पर बहुत कम असर पड़ा.

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गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक एक साल की देरी से आयोजित हुआ. लेकिन चीन ने नियत समय पर शीतकालीन खेलों का आयोजन करने का साहस दिखाया. इसके साथ ही चीन को अमेरिका आदि देशों की ओर से शीतकालीन खेलों के राजनयिक बहिष्कार की धमकी भी मिली. उन देशों ने चीन पर मानवाधिकार उल्लंघन करने का आरोप लगाया, लेकिन चीन इसकी चिंता किए बगैर ओलंपिक की तैयारी में लगा रहा.

चीन ने सभी प्रतियोगिता स्थलों का निर्माण निर्धारित समय से पहले पूरा किया. आने वाले दिनों में भी विश्वभर के लोगों का ध्यान इस शानदार आयोजन पर लगा रहेगा. इस बार के शीतकालीन ओलंपिक की थीम, दुगेटर फॉर ए शेयर्ड फ्यूचर है. इससे जाहिर होता है कि दुनिया एक परिवार है और सभी लोगों का भाग्य एक-दूसरे से जुड़ा है.

(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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