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Asian Games 2023: हरियाणा के अनीश ने 25 मीटर की शूटिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल, पिता के त्याग ने बढ़ाया बेटे को आगे, जानें सफलता की कहानी

Asian Games 2023: चीन में आयोजित एशियन गेम्स में भारत के खिलाड़ियों ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल टीम का मैच हुआ. जिसमें भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. इस टीम में करनाल के अनीश बनवाला भी थे. जिन्होंने टीम की इस सफलता के लिए अहम योगदान दिया है. आइए जानते हैं अनीश बनवाला कौन हैं और क्या हैं इनकी उपलब्धियां.

Asian Games 2023
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 26, 2023, 8:07 PM IST

Updated : Sep 27, 2023, 12:21 PM IST

हरियाणा के अनीश ने 25 मीटर की शूटिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल, पिता के त्याग ने बढ़ाया बेटे को आगे

करनाल: चीन में एशियाई खेलों का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर भारत के खिलाड़ियों का जलवा जारी है. सोमवार के दिन एशियन गेम्स 2023 में भारत की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल टीम का मैच हुआ. जिसमें उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. इस टीम में हरियाणा के जिला करनाल से अनीश बनवाला भी शामिल थे. हालांकि अनीश इंडिविजुअल गेम भी खेलते हैं. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वो मेडल नहीं जीत पाए. ग्रुप टीम गेम में उन्होंने अहम भूमिका निभाते हुए देश को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में योगदान दिया.

ये भी पढ़ें: Asian Games 2023: झज्जर के 9 खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीद, कुश्ती में बजरंग पूनिया और शूटिंग में मनु भाकर पर दारोमदार

फिलहाल अनीश के परिवार में खुशी का माहौल है. अनीश के माता-पिता को स्थानीय लोग शुभकामनाएं देने के लिए उनके घर पर पहुंच रहे हैं. माता-पिता अपने बच्चों को बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए हर वो प्रयास करते हैं जो वो कर सकते हैं. ऐसे ही अनीश के माता-पिता ने भी अपने बेटे को उसके खेल में अव्वल बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई है. अनीश के पिता जगपाल बनवाला ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वो शुरुआती समय में करनाल में ही रहते थे. बच्चे की दसवीं तक की पढ़ाई करनाल में ही हुई और वह खुद भी करनाल के कोर्ट में वकालत किया करते थे.

अनीश के लिए पिता का त्याग: अनीश के पिता ने बताया कि जब उनका बेटा शूटिंग खेलने लगा, तो करनाल में कोई अच्छी शूटिंग रेंज नहीं थी. बेटे को अच्छा शूटर बनाने के लिए पिता करनाल छोड़ फरीदाबाद में रहने लगे. साल 2015 में वो फरीदाबाद में शिफ्ट हो गए. इसके बाद उन्होंने अनीश को दिल्ली की करणी सिंह शूटिंग रेंज में दाखिला दिलाया. उसके बाद से ही अनीश के खेल में सही निखार आया. बेटे की इस बड़ी उपलब्धि पर माता-पिता को काफी गर्व है.

Asian Games 2023
अनीश के परिजन

बचपन से अब तक की कहानी, अनीश की मां की जुबानी: अनीश की माता पूनम ने बात करते हुए बताया अनीश शुरू से काफी शांत स्वभाव का था. उसने कभी भी अपने बचपन में कुछ ज्यादा शरारत नहीं की, लेकिन वह शुरू से ही खेलकूद में काफी रुचि रखता था. हालांकि जब वह पढ़ाई करता था तो उसमें भी वह काफी अच्छा था. वो अच्छे नंबर लेकर आता था. इस समय अनीश मानव रचना यूनिवर्सिटी से एमबीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा है. उनके बेटे की इस उपलब्धि पर उनको काफी नाज है. अनीश के माता-पिता का सपना है कि उनकी बेटा अब ओलंपिक में मेडल जीते.

ये भी पढ़ें: Asian Games 2023 Update: एशियन गेम्स में दूसरे दिन शेफाली वर्मा समेत हरियाणा के इन खिलाड़ियों का रहा जलवा, भारत को मेडल दिलाने में निभाई अहम भूमिका

अनीश की बहन भी है स्पोर्ट्स स्टार: अपने परिवार में अनीश पहले शूटर खिलाड़ी नहीं हैं, इससे पहले उसकी बहन भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं. अनीश की बहन का नाम मुस्कान है. जो अनीश से 2 वर्ष बड़ी है. वह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग के खिलाड़ी रह चुकी हैं. जिन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित कॉमनवेल्थ खेल में 25मीटर पिस्टल प्रतियोगिता में गोल्ड जीता था. इसके अलावा भी कई अन्य उपलब्धियां हासिल की हैं.

अनीश का सफरनामा: यह बात 2018 की है जब ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप आयोजित किया गया था. उस गेम में अनीश ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल प्रतियोगिता में व्यक्तिगत प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डाला था. इस प्रतियोगिता में अनीश और अनीश की बहन मुस्कान दोनों ने पार्टिसिपेट किया था और दोनों 25 मीटर शूटिंग प्रतियोगिता में व्यक्तिगत तौर पर गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया. ये दोनों पहले सगे बहन भाई बने, जिन्होंने जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में एक साथ गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया.

DSP ने दी शूटिंग की सलाह: आपको बता दें कि अनीश ने मॉडर्न पेंटाथलॉन से अपने खेल की शुरुआत की थी. जिसमें वो फेंसिंग शूटिंग, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग और रनिंग ये 5 गेम खेलते थे. इन सभी गेम्स में भी उन्होंने बहुत से मेडल जीते. लेकिन पढ़ाई का दबाव होने के चलते खेलने में काफी समस्या हो रही थी. लेकिन एक दिन उनके पड़ोस में रहने वाले हरियाणा पुलिस के डीएसपी ने उनको शूटिंग में जाने की सलाह दी और उसके बाद उन्होंने एक गेम को ही चुनना पड़ा. इसके बाद उन्होंने शूटिंग को चुना. हरियाणा पुलिस के डीएसपी भारत के लिए कॉमनवेल्थ गेम में शूटिंग में गोल्ड मेडल जीत कर आए थे और उन्होंने ही फिर अनीश को भी इस गेम में जाने की सलाह दी.

अनीश के पिता ने कहा: अनीश बनवाला के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि अनीश ने आज से 10 वर्ष पहले शूटिंग की शुरुआत की थी. शुरुआत में उन्होंने करनाल की ही एक शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण लिया. लेकिन उसके बाद उन्होंने दिल्ली की अकादमी से प्रशिक्षण लिया और वहां से वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनकर निकले. अनीश ने 2017 में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था.

अनीश ने लगाई मेडल की झड़ी: अनीश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 31 मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. जबकि राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने 65 बार मेडल जीते हैं. अनीश के नाम एक और बड़ी उपलब्धि है. जिसमें वह लगातार 5 वर्ष तक देश के सीनियर और जूनियर चैंपियन शूटिंग में रह चुके हैं. अनीश बनवाला को 2022 में भीम अवार्ड से भी हरियाणा सरकार के द्वारा नवाजा जा चुका है. अनीश बनवाला ने 2023 में सीनियर शूटिंग वर्ल्ड कप 25 मीटर रैपिड फायर शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

ऑस्ट्रेलिया में भी गोल्ड जीतकर रचा इतिहास: इन्होंने 2022 में सीनियर वर्ल्ड कप में 25 मीटर शूटिंग प्रतियोगिता टीम गेम में गोल्ड जीत कर देश का नाम रोशन किया था. 2018 में इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. उस दौरान ही दसवीं कक्षा का छात्र था और सबसे कम उम्र में गोल्ड जीतने वाला यह पहले भारतीय खिलाड़ी बना था.

ये भी पढ़ें: Asian Games 2023 Update: रोइंग में भारत के नाम 2 ब्रॉन्ज मेडल, पिता से ट्रेनिंग ले रहे यमुनानगर के परमिंद्र ने निभाई अहम भूमिका

अनीश कुमार को उसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छे खेल प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित कर चुके हैं. अनीश के माता-पिता ने कहा कि बच्चों द्वारा मेडल जीतने पर परिवार में काफी खुशी का माहौल है. कल अनीश करनाल पहुंच सकता है. जहां पर उसका भविष्य स्वागत किया जाएगा और भविष्य में वह 2024 मे पेरिस में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों में देश को गोल्ड दिलाने के लिए मेहनत करेंगे.

हरियाणा के अनीश ने 25 मीटर की शूटिंग में जीता ब्रॉन्ज मेडल, पिता के त्याग ने बढ़ाया बेटे को आगे

करनाल: चीन में एशियाई खेलों का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर भारत के खिलाड़ियों का जलवा जारी है. सोमवार के दिन एशियन गेम्स 2023 में भारत की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल टीम का मैच हुआ. जिसमें उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. इस टीम में हरियाणा के जिला करनाल से अनीश बनवाला भी शामिल थे. हालांकि अनीश इंडिविजुअल गेम भी खेलते हैं. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वो मेडल नहीं जीत पाए. ग्रुप टीम गेम में उन्होंने अहम भूमिका निभाते हुए देश को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में योगदान दिया.

ये भी पढ़ें: Asian Games 2023: झज्जर के 9 खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीद, कुश्ती में बजरंग पूनिया और शूटिंग में मनु भाकर पर दारोमदार

फिलहाल अनीश के परिवार में खुशी का माहौल है. अनीश के माता-पिता को स्थानीय लोग शुभकामनाएं देने के लिए उनके घर पर पहुंच रहे हैं. माता-पिता अपने बच्चों को बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए हर वो प्रयास करते हैं जो वो कर सकते हैं. ऐसे ही अनीश के माता-पिता ने भी अपने बेटे को उसके खेल में अव्वल बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई है. अनीश के पिता जगपाल बनवाला ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वो शुरुआती समय में करनाल में ही रहते थे. बच्चे की दसवीं तक की पढ़ाई करनाल में ही हुई और वह खुद भी करनाल के कोर्ट में वकालत किया करते थे.

अनीश के लिए पिता का त्याग: अनीश के पिता ने बताया कि जब उनका बेटा शूटिंग खेलने लगा, तो करनाल में कोई अच्छी शूटिंग रेंज नहीं थी. बेटे को अच्छा शूटर बनाने के लिए पिता करनाल छोड़ फरीदाबाद में रहने लगे. साल 2015 में वो फरीदाबाद में शिफ्ट हो गए. इसके बाद उन्होंने अनीश को दिल्ली की करणी सिंह शूटिंग रेंज में दाखिला दिलाया. उसके बाद से ही अनीश के खेल में सही निखार आया. बेटे की इस बड़ी उपलब्धि पर माता-पिता को काफी गर्व है.

Asian Games 2023
अनीश के परिजन

बचपन से अब तक की कहानी, अनीश की मां की जुबानी: अनीश की माता पूनम ने बात करते हुए बताया अनीश शुरू से काफी शांत स्वभाव का था. उसने कभी भी अपने बचपन में कुछ ज्यादा शरारत नहीं की, लेकिन वह शुरू से ही खेलकूद में काफी रुचि रखता था. हालांकि जब वह पढ़ाई करता था तो उसमें भी वह काफी अच्छा था. वो अच्छे नंबर लेकर आता था. इस समय अनीश मानव रचना यूनिवर्सिटी से एमबीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा है. उनके बेटे की इस उपलब्धि पर उनको काफी नाज है. अनीश के माता-पिता का सपना है कि उनकी बेटा अब ओलंपिक में मेडल जीते.

ये भी पढ़ें: Asian Games 2023 Update: एशियन गेम्स में दूसरे दिन शेफाली वर्मा समेत हरियाणा के इन खिलाड़ियों का रहा जलवा, भारत को मेडल दिलाने में निभाई अहम भूमिका

अनीश की बहन भी है स्पोर्ट्स स्टार: अपने परिवार में अनीश पहले शूटर खिलाड़ी नहीं हैं, इससे पहले उसकी बहन भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं. अनीश की बहन का नाम मुस्कान है. जो अनीश से 2 वर्ष बड़ी है. वह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग के खिलाड़ी रह चुकी हैं. जिन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित कॉमनवेल्थ खेल में 25मीटर पिस्टल प्रतियोगिता में गोल्ड जीता था. इसके अलावा भी कई अन्य उपलब्धियां हासिल की हैं.

अनीश का सफरनामा: यह बात 2018 की है जब ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप आयोजित किया गया था. उस गेम में अनीश ने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल प्रतियोगिता में व्यक्तिगत प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डाला था. इस प्रतियोगिता में अनीश और अनीश की बहन मुस्कान दोनों ने पार्टिसिपेट किया था और दोनों 25 मीटर शूटिंग प्रतियोगिता में व्यक्तिगत तौर पर गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया. ये दोनों पहले सगे बहन भाई बने, जिन्होंने जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में एक साथ गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया.

DSP ने दी शूटिंग की सलाह: आपको बता दें कि अनीश ने मॉडर्न पेंटाथलॉन से अपने खेल की शुरुआत की थी. जिसमें वो फेंसिंग शूटिंग, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग और रनिंग ये 5 गेम खेलते थे. इन सभी गेम्स में भी उन्होंने बहुत से मेडल जीते. लेकिन पढ़ाई का दबाव होने के चलते खेलने में काफी समस्या हो रही थी. लेकिन एक दिन उनके पड़ोस में रहने वाले हरियाणा पुलिस के डीएसपी ने उनको शूटिंग में जाने की सलाह दी और उसके बाद उन्होंने एक गेम को ही चुनना पड़ा. इसके बाद उन्होंने शूटिंग को चुना. हरियाणा पुलिस के डीएसपी भारत के लिए कॉमनवेल्थ गेम में शूटिंग में गोल्ड मेडल जीत कर आए थे और उन्होंने ही फिर अनीश को भी इस गेम में जाने की सलाह दी.

अनीश के पिता ने कहा: अनीश बनवाला के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि अनीश ने आज से 10 वर्ष पहले शूटिंग की शुरुआत की थी. शुरुआत में उन्होंने करनाल की ही एक शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण लिया. लेकिन उसके बाद उन्होंने दिल्ली की अकादमी से प्रशिक्षण लिया और वहां से वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनकर निकले. अनीश ने 2017 में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था.

अनीश ने लगाई मेडल की झड़ी: अनीश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 31 मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. जबकि राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने 65 बार मेडल जीते हैं. अनीश के नाम एक और बड़ी उपलब्धि है. जिसमें वह लगातार 5 वर्ष तक देश के सीनियर और जूनियर चैंपियन शूटिंग में रह चुके हैं. अनीश बनवाला को 2022 में भीम अवार्ड से भी हरियाणा सरकार के द्वारा नवाजा जा चुका है. अनीश बनवाला ने 2023 में सीनियर शूटिंग वर्ल्ड कप 25 मीटर रैपिड फायर शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

ऑस्ट्रेलिया में भी गोल्ड जीतकर रचा इतिहास: इन्होंने 2022 में सीनियर वर्ल्ड कप में 25 मीटर शूटिंग प्रतियोगिता टीम गेम में गोल्ड जीत कर देश का नाम रोशन किया था. 2018 में इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. उस दौरान ही दसवीं कक्षा का छात्र था और सबसे कम उम्र में गोल्ड जीतने वाला यह पहले भारतीय खिलाड़ी बना था.

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अनीश कुमार को उसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छे खेल प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मानित कर चुके हैं. अनीश के माता-पिता ने कहा कि बच्चों द्वारा मेडल जीतने पर परिवार में काफी खुशी का माहौल है. कल अनीश करनाल पहुंच सकता है. जहां पर उसका भविष्य स्वागत किया जाएगा और भविष्य में वह 2024 मे पेरिस में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों में देश को गोल्ड दिलाने के लिए मेहनत करेंगे.

Last Updated : Sep 27, 2023, 12:21 PM IST
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