रोहतक: सब जूनियर ब्वॉएज मुक्केबाजी नेशनल्स प्रतियोगिता में सबसे चर्चित प्रदर्शन सर्विसेज के नीरू का रहा, जिन्होंने 40 किग्रा वर्ग में खिताब के दावेदार दिल्ली के करण वत्स को हराया. करण ने बीते साल खेलो इंडिया में रजत पदक जीता था और एनबीए ट्रेनी हैं. दिल्ली का यह मुक्केबाज नीरू के खिलाफ अपना जादू नहीं दिखा सका और 1-4 से हारकर रजत से संतोष करना पड़ा.
बीते महीने आयोजित यूथ नेशनल्स में शानदार प्रदर्शन करने के बाद सर्विसेज के मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 65 अंकों के साथ ओवरऑल विनर का खिताब अपने नाम किया. इस टीम को फाइनल में छह खिताबी जीत मिली. हर्ष ने दिल्ली के रुद्र को 35 किग्रा में 5-0 से हराया जबकि विनय विश्वकर्मा ने 49 किग्रा में पंजाब के लोवी को 4-1 से हराते हुए सोना अपने नाम किया.
इसी तरह आशीष ने चंडीगढ़ के अंकित कुंडु को 52 किग्रा वर्ग में 5-0 से हराया. सुनील नेगी भी बेहतरीन लय में दिखे. सुनील ने 61 किग्रा वर्ग में हरियाणा के आंके को 5-0 से हराया. 70+ कैटेगरी में रणदीप ने हरियाणा के रिदम के शानदार सफर को 5-0 की जीत के साथ समाप्त किया.
हरियाणा के यशवर्धन सिंह के नेतृत्व में हरियाणा के पांच मुक्केबाजों ने स्वर्ण पदक जीते. हरियाणा की टीम ओवरऑल दूसरे स्थान पर रही. उसके खाते में कुल 54 अंक आए. सिंह जो कि एबीएक रोहतक में ट्रेनी हैं, उन्होंने मणिपुर के चिंगलेमा एम. को 58 किग्रा वर्ग में 5-0 से हराया और सोना अपने नाम किया.
प्रीत मलिक ने सर्विसेज के हेनतोई सिंह एम. के खिलाफ 55 किग्रा वर्ग में 4-1 से जीत हासिल की जबकि गौरव सैनी ने दिल्ली के दिवांशू गोदारा को 64 किग्रा वर्ग में 5-0 से हराया. इसी तरह 67 किग्रा वर्ग में नक्ष बेनीवाल ने पंजाब के योरिक जिंदल को 3-0 से हराया. 70 किग्रा वर्ग की बात की जाए तो भारत जून ने महाराष्ट्र के अभिवर्धन शर्मा को 5-0 से हराया. 70+ कैटेगरी में सर्विसेज के रणदीप ने हरियाणा के रिदम को 5-0 से हराया.
चंडीगढ़, गोवा और पंजाब ने 14 वजन वर्गों में से एक-एक में सोना जीता. चंडीगढ़ के आर्यन ने सर्विसेज के निखिल को 37 किग्रा वर्ग में 3-2 से हराया जबकि गोवा के रुपेश बिंड ने दिल्ली के दीपांशू को 5-0 से हराते हुए 43 किग्रा वर्ग का खिताब जीता. इसी तरह पंजाब के निखिल ने 46 किग्रा वर्ग में आंध्र प्रदेश के रंजना रोहित को 5-0 से हराया.
दिल्ली की टीम को तीसरा स्थान मिला. दिल्ली के खाते में 26 अंक आए. इस टीम को अंतिम दिन पांच रजत पदक प्राप्त हुए.
इस चैम्पियनशिप में कुल 33 टीमों और 326 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था.