नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने बयान जारी किया है. कल्याण चौबे चाहते हैं कि नेशनल बीच सॉकर चैंपियनशिप प्रत्येक सीजन के फुटबॉल कैलेंडर में एक नियमित विशेषता हो और आने वाले समय में इस आयोजन को बड़ा बना दे. इस साल यह टूर्नामेंट सूरत में आयोजित किया जा रहा है. बतादें कि 26 जनवरी को पहली राष्ट्रीय बीच सॉकर चैंपियनशिप सूरत के डुमास बीच पर AIFF प्रमुख कल्याण चौबे, संसद सदस्य सीआर पाटिल, बीच सॉकर समिति के अध्यक्ष जिग्नेश पाटिल, जीएसएफए सचिव मूलराज सिंह चुडासमा और बीच सॉकर समित के सदस्य उपेन पटेल की उपस्थिति में शुरू हुई.
शीर्ष पुरस्कार के लिए चैंपियनशिप में कुल 20 राज्य एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. एआईएफएफ के मुताबिक, चैंपियनशिप से चुने गए सर्वश्रेष्ठ समुद्र तट फुटबॉल खिलाड़ियों से एक राष्ट्रीय टीम बनाने की योजना है. इसके बाद में एएफसी बीच सॉकर प्रतियोगिताओं में भाग लेने की योजना बनाई जाएगी. एआईएफएफ चीफ कल्याण चौबे ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा, 'मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि गुजरात ने इस सीजन में बीच फुटबॉल की मेजबानी करने का बीड़ा उठाया है, लेकिन हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि हम आने वाले सालों में इस आयोजन को और भी बड़ा बनाएं. हीरो नेशनल बीच सॉकर चैंपियनशिप को नियमित रूप से आयोजित करने की जरूरत है.'
कल्याण चौबे ने कहा कि 'विशेष रूप से, बीच फुटबॉल रेत पर नंगे पैर खेला जाने वाला खेल है. इस खेल में दोनों टीमें अपने पांच-पांच खिलाड़ियों को मैदान में उतारती हैं. प्रत्येक टीम के मैच के दिन की टीम में अधिकतम 12 खिलाड़ी हो सकते हैं और खेल के बीच में खिलाड़ियों की अदला बदली भी कर सकते हैं. समुद्र तट फुटबॉल मैच में तीन अवधियां होती हैं, जो 12 मिनट तक चलती हैं. अगर स्कोर समान हैं तो अतिरिक्त तीन मिनट जोड़े जाते हैं, यदि उन तीन मिनटों में विजेता का फैसला नहीं होता है तो खेल पेनल्टी शूटआउट में चला जाता है.