नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन गौरव सोलंकी (57 किग्रा), बृजेश यादव (81 किग्रा) और दुर्योधन नेगी (69 किग्रा) इन पांच सदस्यों में शामिल हैं. इनके अलावा टीम के कोच धर्मेंदर यादव, वीडियो विशलेषक और फिजियोथेरेपिस्ट भी कोरोना पॉजिटिव हैं. दूसरे टेस्ट का नतीजा नेगेटिव आने पर ही ये सदस्य भारत लौट सकते हैं. जिन लोगों के टेस्ट नेगेटिव पाए गए थे वे भारत लौट चुके हैं.
इस्ताबुल में फंसे एक मुक्केबाज ने एक समाचार एजेंसी से कहा, "लगभग एक सप्ताह हो चुका है जब हमारा टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था. स्थानीय आयोजन समिति ने टेस्ट कराए थे. दूसरा टेस्ट मंगलवार को किया गया है. अगर इसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो हम इस्तांबुल से जा सकते हैं, नहीं तो हमें एक सप्ताह और रूकना होगा."
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के महासचिव हेमंता कुमार कलिता ने जानकारी देने से मना कर दिया. महासचिव ने कहा, "आप गुड़गांव स्थित बीएफआई दफ्तर जाएं, वहां आपको जानकारी मिलेगी."
मुक्केबाज इसको लेकर दुखी है क्योंकि इन्हें इस दौरे से इतना फायदा नहीं पहुंचा है. एक मुक्केबाज ने कहा, "हम चार-पांच सप्ताह या उससे भी ज्यादा समय तक ट्रेनिंग नहीं कर पाएंगे."
13 सदस्यीय भारतीय मुक्केबाजी टीम दौरे पर इस्तांबुल आई थी. 15 मार्च से शुरू हुए एक सप्ताह के इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की ओर से निखत जरीन (51 किग्रा) और गौरव सोलंकी (57 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते.