भुवनेश्वर: एफआईएच हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स-2015 में रायपुर में खेले गए मैच में भारत ने नीदरलैंड्स से दो गोल से पिछड़ने के बाद 5-5 से बराबरी की थी और फिर पेनाल्टी शूटआउट में जीत हासिल कर हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स का अपना पहला पदक जीता था.
लगभग कुछ ऐसा ही रविवार को यहां के कलिंगा स्टेडियम में देखने को मिला. कोच ग्राहम रीड के मार्गदर्शन वाली भारतीय टीम ने कुछ इसी तरह का प्रदर्शन किया और नियमित समय में 3-3 से ड्रॉ रहा और पेनाल्टी शूटआउट में भारत ने 3-1 से नीदरलैंड्स को हरा दिया.
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मैच के बाद रीड ने कहा, "एक अच्छी बात ये थी कि हमने इस मैच को जीतने के लिए संघर्ष किया और कई बार संघर्ष करना अच्छा होता है क्योंकि इससे आप काफी कुछ सीखते हैं. इसने ये भी साबित किया है कि अगर हम अपनी आक्रामकता का उपयोग करेंगे, तो हम वापसी कर सकते हैं."
भारत को आने वाले दिनों में बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के साथ खेलना है और रीड को लगता है कि टीम को अभी अपनी 'वन टू वन टैक्लिंग' और विपक्षी टीम के सर्किल में जगह बनाने पर काम करना है.