नई दिल्ली: भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता का मानना है कि टीम ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है और अगले साल के टोक्यो ओलंपिक खेलों में उनके पास इतिहास रचने का अच्छा मौका होगा. कोरोनावायरस महामारी के कारण इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक को स्थगित कर दिया गया है और अब इसका आयोजन अगले साल होगा.
हॉकी इंडिया ने सविता के हवाले कहा,"मुझे लगता है कि हमारे पास टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने का शानदार मौका है. टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का शानदार मिश्रण है. हमने हाल के दिनों में शीर्ष टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की है और हमें अपनी क्षमताओं पर दृढ़ विश्वास है. अगर हम अपनी क्षमता से खेलते हैं तो निश्चित रूप से अगले साल ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतेंगे."
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All of us dream of not just participating in The Olympic Games, but also of winning a medal for our country.
— Hockey India (@TheHockeyIndia) July 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
- Savita, Goalkeeper, Indian Women's Hockey Team.
Full story: https://t.co/v7DAeRBvdH#IndiaKaGame #EchoingTheDream #Tokyo2020 pic.twitter.com/yt4A31EtNN
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भारतीय टीम ने ओलंपिक के इतिहास में अब तक एक भी पदक नहीं जीता है. टीम ने 1980 मॉस्को ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया था जबकि 2016 रियो ओलंपिक में वो 12वें स्थान पर रही थी.
रियो ओलंपिक के ऐतिहासिक क्वालीफिकेशन को याद करते हुए उन्होंने कहा,"2016 में रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना शानदार था. 36 साल बाद हमने एक बड़े प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया था और हम सब काफी उत्साहित थे."
सविता ने कहा,"मुझे लगता है कि उस समय हमारी टीम अनुभवहीन थी और हमने कुछ गलतियां की थीं. अब हमारे पास अधिक मजबूत टीम है और मुझे यकीन है कि हम रियो की असफलता को पीछे छोड़ने में कामयाब होंगे. ओलंपिक खेलों का अनुभव निश्चित रूप से टोक्यो में हमारे काम आएगा."
उन्होंने कहा कि टीम ने रियो ओलंपिक के बाद अपने खेल की शैली में बदलाव किया है.
गोलकीपर ने कहा,"हमने 2016 ओलंपिक के बाद निश्चित रूप से अपने खेल में बदलाव किया है. हमने पिछले चार वर्षों में शानदार जीत दर्ज की है जिसमें एशिया कप 2017 और एफआईएच महिला सीरीज का हिरोशिमा 2019 में खेले गए फाइनल शामिल हैं."