नई दिल्ली : यशदीप सिवाच को अभी सीनियर टीम में पदार्पण करना बाकी है और उन्होंने कहा है कि जिस तरह से उनका करियर आगे बढ़ रहा है, वो उससे खुश हैं.
सिवाच ने कहा, "2018 और 2019 में जूनियर अंतरराषट्रीय स्तर पर खेलना बहुत अच्छा रहा. मुझे वास्तव में खुशी है कि मैं सुल्तान जोहोर कप में दो रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम की अभियान का हिस्सा रहा हूं. जूनियर खिलाड़ियों के लिए ये सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों में से एक है. बड़े टूर्नामेंट में खेलने का अनुभव निश्चित रूप से आगामी महीनों में मेरी मदद करेगा और मैं प्रत्येक टूर्नामेंट के साथ बेहतर होने की उम्मीद कर रहा हूं."
उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवा मिडफील्डर भाग्यशाली हैं कि उन्हें कप्तान मनप्रीत सिंह के खेल को सीखने का मौका मिलता है.
19 वर्षीय ने सिवाच ने कहा, "हमारे देश में युवा मिडफील्डर बहुत भाग्यशाली हैं जो मनप्रीत सिंह जैसे किसी व्यक्ति को देखते हैं. वो शानदार काम का अनुसरण करते हैं और बेतहरीन फिटनेस स्तर को बनाए रखते हैं. एक मिडफील्डर को फॉरवर्ड और डिफेंडरों का समर्थन करना होगा, इसलिए एक मिडफील्डर के लिए दोनों कौशल रखने के लिए महत्वपूर्ण है. मनप्रीत सिंह हर बार मैदान पर पूर्णता के लिए अपनी भूमिका निभाते हैं. वो न सिर्फ मिडफील्डरों के लिए एक बेहतरीन आदर्श हैं, बल्कि हॉकी के सभी इच्छुक खिलाड़ियों के लिए भी हैं."
सिवाच ने अपने अगले लक्ष्य को लेकर कहा, "हर कोई सीनियर टीम के लिए खेलने का सपना देखता है और मैं अलग नहीं हूं. मैं अपने खेल के हर पहलू को सुधारने पर ध्यान देना जारी रखूंगा और मुझे यकीन है कि ये अवसर एक दिन मेरे सामने होगा. मौका किसी भी समय दिया जा सकता है, इसलिए मुझे ये सुनिश्चित करना होगा कि मैं जब भी मुझे इसके लिए कहा जाता है तो मैं अपने देश के लिए प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं."