टोक्यो : भारतीय महिला हॉकी टीम ने मंगलवार को ओलम्पिक टेस्ट इवेंट के अपने आखिरी ग्रुप मुकाबले में चीन के साथ गोलरहित ड्रॉ खेल फाइनल में जगह बना ली है. भारतीय महिलाएं ने तीन मैचों से पांच अंक हासिल करते हुए अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रहते हुए लीग चरण का अंत किया और इसी लिहाज से वे फाइनल में जाने में सफल रहीं.
भारत की इस जीत की हीरो सविता रहीं, जिन्होंने शानदार बचाव करते हुए चीन को गोल नहीं करने दिया. ओई हॉकी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारतीय महिलाएं पहले क्वार्टर से अच्छी लय में थीं. उन्होंने लगातार चीन के डिफेंस पर दबाव बनाकर रखा.
आठवें मिनट में भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे गुरजीत कौर गोल में तब्दील नहीं कर पाईं. चीन ने भी काउंटर किया लेकिन उसके हिस्से भी गोल नहीं आया.
दूसरे क्वार्टर में आने के दो मिनट बाद ही भारत को दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला और गुरजीत इस बार भी असफल ही रहीं. दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा अच्छी रही लेकिन गेंद को नेट में डालने में दोनों ही टीमों की खिलाड़ी असफल रहीं.
चीन को फाइनल में जाने के लिए किसी भी तरह से जीत चाहिए थी. वे इसके लिए पूरी कोशिश में थी. 41वें मिनट में उसे पेनाल्टी कॉर्नर से गोल करने का मौका मिला जिसे भारतीय गोलकीपर सविता ने पूरा नहीं होने दिया. 47वें मिनट में भी सविता ने चीन को मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं होने दिया.
काफी कोशिशों के बाद भी मैच के अंत तक दोनों टीमें गोलरहित रहीं और मैच गोलरहित ड्रॉ पर खत्म हुआ.