बेंगलुरू: भारतीय महिला हॉकी टीम की फारवर्ड लालरेमसियामी ने कहा कि जर्मनी के हाल के दौरे से मिली सीख के आधार पर टीम ओलंपिक खेलों से पहले अपने गोल स्कोरिंग दर में सुधार करने की कोशिश करेगी.
भारत की तरफ से 64 मैच खेलने वाली लालरेमसियामी ने कहा कि फरवरी-मार्च के जर्मनी दौरे से उन्हें अपनी कमजोरियों का पता करने में मदद मिली.
हॉकी इंडिया की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार लालेरेमसियामी ने कहा, "जर्मनी का दौरा हमारे लिए कड़ा रहा लेकिन हमने उस दौरे में जो चार मैच खेले उनमें हमें अपने खेल के बारे में कई चीजें सीखने का मौका मिला."
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जर्मनी के दौरे में हमें गोल करने के अधिक मौके बनाने की जरूरत थी और इस साल हमारा मुख्य ध्यान इसी पर रहेगा. यदि हम गोल करने के अधिक मौके बनाते हैं तो इससे हम निश्चित तौर पर अच्छी स्थिति में रहेंगे विशेषकर तब जबकि यह ओलंपिक वर्ष है."
लालरेमसियामी ने कहा कि वह इस साल भारतीय टीम में अधिक प्रभाव छोड़ना चाहती हैं.
उन्होंने कहा, "मैं चार वर्षों से टीम में हूं और 2021 मेरे करियर में सबसे महत्वपूर्ण वर्ष है क्योंकि यह ओलंपिक वर्ष है. अभी तक मेरा करियर जैसे आगे बढ़ा है उससे मैं खुश हूं लेकिन मैं अब अधिक प्रभाव छोड़ना चाहती हूं. मुझे अपनी क्षमताओं पर विश्वास है और मुझे विश्वास है कि आगामी महीनों में मैं भारतीय टीम में अधिक योगदान दे सकती हूं."