बेंगलुरु: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान भरत छेत्री ने कहा है कि देश ने 2012 लंदन ओलंपिक में बेहतर टीम उतारी थी लेकिन दुर्भाग्य से टीम अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही थी.
पूर्व भारतीय गोलकीपर ने हॉकी इंडिया के साथ चर्चा में कहा कि 2008 बीजिंग ओलंपिक में क्वालीफाई नहीं कर पाने की निराशा के बाद वो लंदन ओलंपिक में टीम का नेतृत्व करने के लिए उत्सुक थे.
भरत ने कहा, "वर्ष 2008 हम सभी के लिए दुखद था क्योंकि हम ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके थे, इसलिए जब हमने 2012 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया तो ये सुखद अनुभव था. लंदन जाना हमारे लिए काफी अच्छा था. हालांकि टीम बेहतर नहीं कर सकी और आखिरी स्थान पर रही."
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उन्होंने कहा, "हमने 2012 ओलंपिक में अच्छी टीम उतारी थी लेकिन जैसा हमें प्रदर्शन करना चाहिए था वैसा नहीं कर सके. हमने नीदरलैंड के खिलाफ पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था भले ही हम वो मुकाबला 2-3 से हार गए थे. हमें शेष मुकाबलों में अपने खेल को अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत थी लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके थे."
भारतीय पुरुष और महिला टीमों के टोक्यो में पदक जीतने की उम्मीद पर भरत ने कहा, "दोनों टीमें बेहतर हैं. इन्होंने पिछले कुछ दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है. मुझे लगता है कि टीम के पास टोक्यो में पदक जीतने का बेहतर मौका है. खिलाड़ी काफी फिट हैं."