हैदराबाद: भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों से अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में देश को काफी उम्मीदें हैं. भारत ने नवंबर मे हुए क्वालीफाइंग मुकाबले में रुस को हरा टोक्यो ओलंपिक में जगह पक्की की. वहीं महिला हॉकी टीम ने अमेरिका को हरा ओलंपिक का टिकट हासिल किया था.
भारत को 2016 में ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले अर्जेंटीना के साथ पूल-ए में रखा गया है. मेजबान जापान के अलावा ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, न्यूजीलैंड भी इसी पूल में है.
हॉकी विशेषज्ञ और कमंटेटर कुलविंदर सिंह कंग ने बताया कि 'ओलंपिक में पूल-ए बहुत मुश्किल है. इस पूल में भारतीय टीम किसी को हल्के में नहीं ले सकती है. भारत को सबसे पहले क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की कोशिश करनी चाहिए'.
हॉकी प्रो लीग में खेलने का मिलेगा फायदा
कंग ने बताया कि ओलंपिक तक भारतीय पुरुष हॉकी टीम को कई मैच खेलने है. भारतीय टीम के पास तैयारी करने का अच्छा मौका है. प्रो हॉकी लीग में भारतीय टीम कई बड़ी टीमों के साथ खेलेगा, जिसका फायदा उसे ओलंपिक में मिलेगा.
चोटिल होने से बचना होगा खिलाड़ियों को
कुलविंदर ने बताया कि भारतीय हॉकी टीम का ओलंपिक तक व्यस्त कार्यक्रम है. इस वजह से खिलाड़ियों को चोटिल होने का ज्यादा खतरा है, उन्हें इससे बचना होगा.
आखिरी क्षणों में रखना होगा नियंत्रण
उन्होंने बताया कि भारतीय टीम को मैच के आखिरी क्षणों में अपने आप पर ज्यादा नियंत्रण रखना होगा. भारतीय टीम को अकसर आखिरी समय में दिक्कत आती है. जिस वजह से कई बार भारत को मैच गंवाना पड़ा है.
गर्मी से भारतीय टीम को नहीं होगी कोई परेशानी
कुलविंदर सिंह ने बताया कि भारतीय टीम को टोक्यो की गर्मी से ज्यादा परेशानी नहीं होगी. भारतीय टीम को ऐसे मौसम में खेलने की आदत है. इसका असर उन पर नहीं होगा, हालाकि अन्य टीमों को इससे दिक्कतें आ सकती हैं.