कोलकाता: अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर पश्चिम बंगाल से सांसद और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता कल्याण बनर्जी भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. अपनी पार्टी में नेताओं के रिटायरमेंट को लेकर छिड़ी बहस का उन्होंने बेहद तार्किक और रोचक जवाब दिया. कल्याण बनर्जी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने साबित कर दिया है कि राजनीति में उम्र कोई मायने नहीं रखती.
उन्होंने कहा कि अगर किसी को समर्थन प्राप्त है, तो उसके लिए उम्र की सीमा नहीं हो सकती. बता दें कि, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो साल में 80 साल के हो जाएंगे.
गुरुवार को तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी का जन्मदिन था. जिन्होंने इस साल लोकसभा चुनाव से पहले कार्य कुशलता और उत्पादकता में गिरावट का हवाला देते हुए राजनीति में सेवानिवृत्ति की आयु लागू करने की मांग की थी. बनर्जी ने कोलकाता प्रेस क्लब में कहा, "राजनीति में उम्र कोई मायने नहीं रखती. उन्होंने कहा कि, अगर कोई देश के लोगों के लिए काम करने में सक्षम है और सभी कार्यों का निर्वहन करने में सक्षम है, अगर वह लोगों के बीच लोकप्रिय है, तो वह राजनीति में रह सकता है."
उन्होंने कहा, "ट्रंप ने 78 साल की उम्र में चुनाव जीता." सेरामपुर से चार बार के सांसद ने पार्टी नेता कुणाल घोष पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, "जो कुछ भी कहा जाना था, वह कह दिया गया है. मुझे नहीं पता कि इसका क्या अर्थ निकाला जाएगा." लेकिन इस टिप्पणी ने बंगाल के राजनीति में हलचल मचा दी है. वह इसलिए क्योंकि कई लोग इसे वरिष्ठता के सवाल पर अभिषेक पर परोक्ष हमला मान रहे हैं.
हाल के दिनों में कई वरिष्ठ टीएमसी नेताओं ने महासचिव अभिषेक बनर्जी की टिप्पणी का अप्रत्यक्ष रूप से विरोध किया था और उनकी ओर से किया गया ताजा हमला भी इसी कड़ी में माना जा रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा, "जब पार्टी मुझे जाने के लिए कहेगी, तो मैं बिना किसी विवाद में पड़े चला जाऊंगा."
लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी के भीतर विवाद इस हद तक बढ़ गया था कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हस्तक्षेप करना पड़ा. उन्होंने युवा सदस्यों से वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करने को कहा और इस बात को खारिज कर दिया कि वरिष्ठ नेताओं को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए.
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