पर्थ : कोरोनावायरस महामारी ने इस साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने का रशेल लिंच का सपना तोड़ दिया लेकिन ये ऑस्ट्रेलियाई महिला हॉकी खिलाड़ी अब नर्स के रूप में अपने देश की सेवा कर रही है.
ऑस्ट्रेलियाई महिला हॉकी टीम की गोलकीपर रेचल लिंच एक रजिस्टर्ड नर्स है. टोक्यो ओलंपिक अब अगले साल होंगे लिहाजा लिंच ने दो कोविड-19 क्लीनिक में नर्स के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है.
वो पहले भी हफ्ते में एक दिन ‘न्यूरो रिहैबिलिटेशन वार्ड’ में काम करतीथी. ऑस्ट्रेलिया में अभी तक 5000 से ज्यादा मामले पाए जा चुके हैं और 24 लोग मारे गए हैं. दुनिया भर में करीब 940000 लोग इस बीमारी की चपेट में हैं.
![रशेल लिंच](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/lynchh1585933420800-25_0304email_1585933432_617.jpg)
हॉकी इंडिया ने कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 लाख रुपये का योगदान करने का फैसला किया है. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने बुधवार को एक बयान में कहा कि संकट के इस मुश्किल समय में इससे लड़ने के लिए एकजुट होने और एक जिम्मेदार नागरिक के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की जरूरत है. हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 लाख रुपये के योगदान देने का सर्वसम्मत फैसला किया है.
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उन्होंने कहा, “देश के लोगों से हॉकी को हमेशा से बहुत प्यार और समर्थन मिलता रहा है और हम अपने देशवासियों को इस महामारी पर विजेता के रूप में देखने के लिए अपनी तरफ से जो भी कर सकते हैं वह करना चाहते हैं.”हॉकी इंडिया के महासचिव राजिंदर सिंह ने कहा कि हॉकी इंडिया ने हमेशा किसी अच्छे काम के लिए कदम बढ़ाया है और इस मुश्किल समय में जब दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही है तो हम इस संकट से लड़ने में अपना समर्थन करना चाहते है.