कोलकाता: स्कॉटलैंड के रहने वाले कोच डेविड रॉबर्टसन रीयल कश्मीर एफसी के आईलीग की शीर्ष टीमों में से एक के रूप में उभरने को परिकथा से कम नहीं मानते और कश्मीर घाटी में फुटबॉल के लिए जुनून को देखते हुए उन्हें अन्य देशों में लुभावनी पेशकश से इनकार करने की खुशी है.
रॉबर्टसन चार साल पहले रीयल कश्मीर से जुड़े थे और उनके मार्गदर्शन में क्लब आईलीग के शीर्ष टीयर में पहुंचा. टीम आईलीग के पिछले दो सत्र में क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रही. मौजूदा आईलीग टूर्नामेंट में टीम शीर्ष हाफ में चल रही है.
'आई-लीग.ओआरजी' ने रॉबर्टसन के हवाले से कहा, ''पिछले कुछ वर्षों में मुझे कई पेशकश मिली लेकिन मुझे लगता है कि कश्मीर के लोगों और क्लब से जुड़े सभी लोगों का मुझ पर कर्ज है कि मैं वापस आऊं और काम जारी रखूं.''
उन्होंने कहा, ''मैं वित्तीय फायदे के लिए या अपने करियर को संवारने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं कर रहा. मैं प्रभाव छोड़ना चाहता हूं. मैं जब भी स्वदेश लौटता हूं तो मैं यहां वापस आने को लेकर उत्सुक रहता हूं. मुझे खुशी है कि मैंने ऐसा किया.''
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यह 52 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी रेंजर्स जैसे जाने माने क्लबों की ओर से खेला और तीन मैचों में स्कॉटलैंड का प्रतिनिधित्व भी किया. उन्होंने स्कॉटलैंड और अमेरिका में भी क्लबों को ट्रेनिंग दी लेकिन उन्हें कश्मीर का माहौल सबसे अलग लगता है.
उन्होंने कहा, ''अमेरिका जैसे स्थानों पर जर्सी पहनकर ऐसा दिखाते हैं जैसे आप टीम का समर्थन कर रहे हो. यहां कश्मीर में यह पूरी तरह से जुनून है.''
रॉबर्टसन ने कहा, ''क्लब को गुमनामी से उठकर ब्रिटेन या स्कॉटलैंड जैसे स्थानों पर पहचाना जाना अलग तरह का अनुभव है. यह परिकथा से कम नहीं है.''