लंदन : जॉर्डन हेंडरसन ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा के लिए पैसे जुटाने में भी अग्रणी भूमिका निभाई थी. हेंडरसन ने फुटबॉल लेखक संघ (एफडब्ल्यूए) द्वारा दिए जाने वाले इस सम्मान के लिए मैनचेस्टर सिटी के मिडफिल्डर केविन डी ब्रुएन को पछाड़ा.
मैं इसके लिए शुक्रगुजार रहूंगा
बुधवार को प्रीमियर लीग की ट्राफी उठाने वाले हेंडरसन ने कहा, ''मैं इसके लिए शुक्रगुजार रहूंगा. मुझे लगता है कि मैं सिर्फ अपने दम पर इसे स्वीकार नहीं कर सकता हूं.'' उन्होंने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि मैंने इस सत्र या अपने पूरे करियर के दौरान कुछ अकेले हासिल किया है.
बहुत सारे लोगों ने मेरी मदद की, इसमें मेरी मौजूदा टीम के साथियों ने सबसे ज्यादा सहयोग किया. वे अविश्वसनीय हैं और मैं जितना मैं इसके लायक हूं वे भी उतना ही हैं.'' इस पुरस्कार की शुरूआत 1948 में हुई थी जो दुनिया में सबसे पुराना व्यक्तिगत फुटबॉल पुरस्कार हैं.
लिवरपूल की आधिकारिक वेबसाइट पर हेंडरसन के हवाले से लिखा गया है, "जिन लोगों ने मेरे लिए वोट किए, मैं उनका उनके समर्थन के लिए कृतज्ञ हूं, खासकर फुटबॉल लेखक संघ का. आपको इसके पिछले विजेताओं को देखना होगा, इनमें से कई लोगों के साथ मुझे लिवरपूल में खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिनमें स्टीव जेरार्ड, लुइस सुआरेज, मो सलाह के नाम हैं."
इस तरह से चैंपियन बनना, वास्तव में विशेष था
जॉर्डन हेंडरसन ने मैच के बाद कहा, "हम लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे, जैसा कि मैंने मैच से पहले कहा था. इसके लिए तैयार होना और वहां तक पहुंचना अद्भुत था. जैसा कि मैंने कहा, आज रात हम इसके हकदार थे. परिवार वहां देख रहे थे, जो एक टीम के रूप में हमारे लिए बहुत बड़ी बात थी. ये एक अद्भुत सीजन रहा है और इस तरह से चैंपियन बनना, वास्तव में विशेष था."
उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा इसका सपना देखा था. प्रीमियर लीग, बचपन से ही मेरा सपना था और यही कारण है कि मैं लिवरपूल में आना चाहता था. जब आप ट्रॉफी जीतते हैं तो उम्मीदें बढ़ जाती हैं, लेकिन जब आप युवा खिलाड़ी होते हैं तो ये काफी मुश्किल होता है."