फातोर्दा : भारतीय फुटबॉल टीम और एफ सी गोवा के लेफ्ट बैक/लेफ्ट विंगर के तौर पर खेलने वाले मंदार राव देसाई ने अपना लेफ्ट बैक से लेकर लेफ्ट विंगर तक का सफर तय करने को लेकर कई खुलासे किये. मंदार ने कहा, 'बदलाव कभी आसान नहीं होता, खासतौर पर ऐसे में जब आप 27 साल के हो गए हों'
मंदार वैसे तो लेफ्ट विंगर के तौर पर एफ सी गोवा का हिस्सा बने थे लेकिन मुख्य कोच सर्गियो लोबेरा ने लेफ्ट बैक से खेलने को कहा तो उनके पास कोई ऑप्शन नहीं था.
जिसके बाद से मंदार ने अपनी नई भूमिका के लिए खुद को तैयार किया और उम्दा प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय टीम तक पहुंचे.
मंदार लेफ्ट विंगर के रूप में सफल रहे हैं लेकिन अब वे लेफ्ट बैक पोजीशन में खेल रहे हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या आपने कभी सोचा था कि आपको लेफ्ट बैक भी खेलना पड़ेगा? मंदार ने कहा, "स्पेन में प्री सीजन के दौरान कोच लोबेरा ने कहा कि मुझे लेफ्ट बैक में खेलना होगा. लोबेरा ने हालांकि मुझसे पूछा भी था क्या मैं इस पोजीशन पर सहज हूं. इसके बाद ही उन्होंने स्पेन में मुझे पहली बार इस पोजीशन पर मैदान में उतारा था. जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ा, मैंने डिफेंडिंग की कला सीखनी शुरू की. यह देखते हुए कि मैंने इससे पहले इस पोजीशन पर कभी नहीं खेला है, मेरे लिए यह काम आसान नहीं था. कोच ने कहा कि अगर मैं इस पोजीशन पर अच्छा करता रहा तो फिर मैं देश के लिए भी लेफ्ट बैक खेल सकता हूं."
मंदार ने अपने कोच के कथन को सही साबित करते हुए अपनी मेहनत के दम पर राष्ट्रीय टीम में बतौर लेफ्ट बैक जगह बना ली.
मंदार ने कहा, "मैं कतर के खिलाफ डेब्यू को लेकर रोमांचित था. एशियाई चैम्पियन का सामना करना कठिन काम था. हमने अपना श्रेष्ठ देने की कोशिश की. डिफेंडर्स और मिडफील्डर्स के बीच हमने तालमेल को बनाए रखा और इसी कारण हमे अच्छा परिणाम देखने को मिला.'