कोलकाता: आईपीएल के 13वें सीजन को लेकर फ्रेंचाइजियों को कोई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के बारे में साफ तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है, वहीं इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अधिकारियों ने ओवरटाइम काम कर आने वाले सीजन के लिए एक विस्तृत एसओपी तैयार की है, जिसमें स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है. सूत्रों की मानें तो सभी जानकारी क्लबों को दे दी गई है.
गोवा और केरल, दो ऐसे राज्य हैं जिन्हें आईएसएल के अगले सीजन के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. किसे मेजबानी मिलती है इस बात की जानकारी सात अगस्त को मिलेगी. मैच तीन जगहों पर खेले जाएंगे और कम से कम सफर किया जाएगा.
इस मामले से संबंध रखने वाले सूत्र ने कहा कि एसओपी में बताया गया है कि 10 टीमों को तीन ग्रुपों में बांटा जाएगा, जिसमें ग्रुप-ए में चार टीमें होंगी, और ग्रुप-बी और ग्रुप-सी में तीन-तीन टीमें होंगी. ये एक संचालन प्रक्रिया के तहत किया गया है जहां ग्रुप-ए की चार टीमें, ग्रुप बी और सी की तीन-तीन टीमें अपने घरले मैच एक जगह खेलेंगी और अवे मैचों के लिए दूसरी जगह सफर करेंगी.
आईएसएल में एक मेडिकल टीम होगी और लीग हाइजीन अधिकारी होगा जो संचालन निर्देशों को देखेगा और उन्हें लागू भी करेगा.
आईएसएल ने क्लब को भी कहा है कि वो खुद अपना हाइजीन ऑफिसर नियुक्त करें.
सूत्र ने कहा, "लीग में जो लोग शामिल होंगे, उन्हें तीन समूह में बांटा जाएगा- उच्च सुरक्षा, मध्यम सुरक्षा और आम सुरक्षा समूह."
उच्च सुरक्षा समूह में खिलाड़ी, टीम अधिकारी और उनके साथ रहने वाले परिवार तथा दोस्त होंगे.
मध्यम सुरक्षा समूह में लीग स्टाफ, ब्रॉडकास्ट स्टाफ, क्लब प्रबंधन अधिकारी और होटल स्टाफ शामिल होंगे. आम सुरक्षा समूह में एजेंसी स्टाफ, और बाकी सभी लोग होंगे जिनका रोज टेस्ट किया जाएगा.
अपने घरेलू शहर को छोड़ने से पहले सभी खिलाड़ियों और स्टाफ का 48 घंटे पहले कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा और ये निगेटिव होना चाहिए. दूसरे शहर पहुंचने पर उनका दोबारा टेस्ट किया जाएगा. टेस्ट निगेटिव आने के बाद भी इन्हें कुछ समय आइसोलेशन में बिताना होगा.
आईएसएल एक हेल्थ एप भी लांच करेगी जो रोज सर्वे करेगी और लक्षणों की जांच करेगी.
उम्मीद है कि आईएसएल 31 अगस्त को अपना कार्यक्रम जारी कर सकती है.