फातोर्दा (गोवा) : पूर्व चैंपियन बंगलुरु एफसी के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन के गोल्डन गोल्डन ग्लव्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. संधू ने इस सीजन में 19 मैचों में अपनी टीम के लिए 49 सेव किए. भारतीय गोलकीपर ने इस सीजन में 11 क्लीन शीट भी रखा, जोकि मौजूदा चैंपियन एटीके के एरिंदम भट्टाचार्य से दो क्लीन शीट ज्यादा है. एरिंदम ने इस सीजन में 20 मैचों में 53 सेव किए और वह इस मामले में दूसरे नंबर पर रहे.
एटीके की टीम ने शनिवार को यहां जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में चेन्नइयन एफसी को फाइनल में 3-1 से हराकर रिकॉर्ड तीसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया. एटीके इससे पहले, 2014 और 2016 में आईएसएल चैंपियन रह चुका है.
कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए बंद दरवाजों के बीच बिना दर्शकों के खेले गए इस फाइनल मैच में एटीके लिए जेवियर हनार्डीज ने 10वें और 93वें तथा इदु गार्सिया ने 48वें मिनट में गोल किया. चेन्नइयन के लिए नेरीजुस वाल्सकिस ने 69वें मिनट में गोल किया.
संधू ने अपनी टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया था, लेकिन टीम फाइनल में पहुंचने से चूक गई थी.
आईएसएल के छठे सीजन में सबसे ज्यादा सेव का रिकॉर्ड नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के गोलकीपर सुभाशीष रॉय के नाम रहा, जिन्होंने 15 मैचों में 55 सेव किए. हालांकि उनकी टीम पहले ही ग्रुप चरण बाहर हो गई थी.
चेन्नइयन के वाल्सकिस ने जीता गोल्डन बूट अवॉर्ड
चेन्नइयन एफसी के फॉरवर्ड नेरीजुस वाल्सकिस को आईएसएल के छठे सीजन के गोल्डन बूट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
विजेता एटीके के फिजियन स्ट्राइकर रॉय कृष्णा इस पुरस्कार की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे लेकिन फाइनल में 40वें मिनट में एटीके के सीजन के शीर्ष स्कोरर और कप्तान कृष्णा चोटिल हो गए और फिर वो पूरे मैच के दौरान मैदान पर वापस नहीं लौटे.
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वहीं, वाल्सकिस ने फाइनल मैच में 69वें मिनट में चेन्नइयन के लिए गोल दागा. वाल्सकिस का इस सीजन का ये 15वां गोल था और इसके साथ ही वो इस सीजन में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गए. कृष्णा के भी हालांकि सीजन में 15 गोल रहे, लेकिन कृष्णा के मुकाबले वाल्सकिस का सबसे अधिक छह एसिस्ट भी थे और इसी कारण वाल्सकिस को गोल्डन बूट अवॉर्ड से नवाजा गया.