दुबई: आत्मविश्वास से भरपूर भारतीय फुटबॉल टीम का दूसरे अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबले में सोमवार को मजबूत संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से सामना होगा. भारत ने पहले मुकाबले में ओमान के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला था. अब उसका सामना यहां जाबेल स्टेडियम में यूएई से होगा जो विश्व रैंकिंग में भारतीय टीम से काफी आगे है.
रैंकिंग के अनुसार भारत 104 जबकि यूएई 74 और ओमान 81वें स्थान पर है. आखिरी बार भारत का यूएई से मुकाबला 2019 में एएफसी एशिया कप में हुआ था जहां भारत को 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी.
टीम के मुख्य कोच इगोर स्टीमाक ने कहा, "दूसरे हॉफ में हमने सोचा कि डरने की कोई जरूरत ही नहीं है. ओमान और यूएई दोनों मजबूत टीमें हैं जब आप शीर्ष 100 टीमों के खिलाफ खेलते हैं जहां रैंकिंग में 25-30 स्थानों का फर्क होता है तो यह मुकाबला काफी अहम हो जाता है. अभी भी यूएई और हमारी टीम में बड़ा फासला है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप नतीजे प्राप्त नहीं कर सकते."
टीम को गोलकीपर अमरिंदर सिंह ने कहा, "टीम में कई युवा खिलाड़ी आए हैं जो काफी अच्छा संकेत है. आपने कहां देखा होगा कि किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में 10 डेब्यू करने वाले खिलाड़ी खेल रहे हैं. यह दर्शाता है कि देश में खेल किस तरह बदल रहा है. पिछले मैच में सभी ने ओमान के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला. इसका अनुभव इन्हें बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद करेगा."
उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर या किसी भी टीम के खिलाफ हमें शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने की जरूरत है. यूएई की भी शारीरिक टीम है. हम जितनी कम गलती करेंगे, मैच जीतने के हमारे मौके उतने बढ़ेंगे. जो टीम कम गलती करती है उसे जीत मिलती है."
ओमान के खिलाफ एकमात्र गोल करने वाले स्ट्राइकर मानवीर सिंह ने कहा, "मुझे पता था कि एक स्ट्राइकर के रूप में मुझे बहुत अधिक मौके नहीं मिलेंगे. जब बिपिन ने देखा तो मुझे लगा हर चीज संभव है. मैंने अच्छे से इस मौके को भुनाया."
उन्होंने कहा, "ओमान के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है. यूएई गेंद के साथ काफी बेहतर है. हमें इस बात का भी अंदाजा है कि स्टेडियम में दर्शक नहीं रहेंगे जो यूएई को घर में खेलने का फायदा दे सकते थे."