लंदन : चेल्सी और टॉटेनहम हॉट्सपर के बीच हुए इंग्लिश प्रीमियर लीग मुकाबले के दौरान रेफरी एंथोनी टेलर ने दूसरे हाफ में उस समय खेल रोक दिया था, जब चेल्सी के डिफेंडर एंटोनियो रुडिगर ने दर्शक दीर्घा से बंदरों जैसी आवाज आने की शिकायत की थी. चेल्सी ने ये मैच 2-0 से जीता था. टॉटेनहम के मैनेजर जोस मोरिन्हो ने कहा कि समाज में नस्लवाद से नफरत है.
मैच के दौरान नस्लीय टिप्पणी
टॉटेनहम ने इस घटना को गम्भीरता से लिया है और कहा है कि वो इस सम्बंध में कड़ा से कड़ा फैसला लेगा और इसकी जांच भी कराएगा. स्टॉपेज के बाद मैदान में एक अनाउंसमेंट हुई थी, जिसमें कहा गया था कि नस्लीय टिप्पणी के कारण मैच में बाधा उत्पन्न हो रहा है. इस तरह की दो अनाउंसमेंट मैच समाप्ति से कुछ समय पहले भी हुई थीं.
पीएफए ने अपने बयान में कहा है कि प्रीमियर लीग मैच एक बार फिर नस्लीय टिप्पणी का शिकार हुआ है और अब सरकार के इस मामले की जांच करानी चाहिए। पीएफए के मुताबिक ईपीएल में खिलाड़ी हमेशा इस तरह की घटनाओं का शिकार होते हैं और अब इस तरह की घटनाएं पूरी तरह रोकी जानी चाहिए.
ये मुझे दुखी करता है
टॉटेनहम ने कहा है कि वह इस घटना की पूरी जानकारी के लिए चेल्सी के खिलाड़ियों के साथ सम्पर्क में है. इस मैच में चेल्सी के गोलकीपर कीपा अरीजाबालागा पर दर्शक दीर्घा से कुछ वस्तुएं फेंकी गई थीं. टॉटेनहम के मैनेजर जोस मोरिन्हो ने कहा, "मुझे इसके अलावा कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है कि ये मुझे दुखी करता है. मुझे समाज में नस्लवाद से नफरत है, मैं फुटबॉल में नस्लवाद से नफरत करता हूं."
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मोरिन्हो ने कहा, "मुझे निराशा है कि इस तरह की चीजें अभी भी हो सकती हैं, लेकिन रेफरी ने खेल रोक दिया, उन्होंने खिलाड़ियों से बात की, उन्होंने कप्तानों से बात की, उन्होंने कोचों से बात की." उन्होंने कहा, "मैं हार रहा था, मैं नहीं चाहता था कि खेल बंद हो जाए, लेकिन तुरंत जब मुझे इसका कारण पता चला कि खेल को क्यों रोका गया. मैंने इसे स्पष्ट रूप से समझा और स्वीकार किया."