नई दिल्ली : 26 वर्षीय संधू एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जो यूएफा यूरोपा लीग (क्वालीफायर) में खेल चुके हैं.
संधू ने कहा, "मैं इस पुरस्कार को जीतकर बहुत बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं. मैं इस पुरस्कार को अपने सीनियर खिलाड़ियों को समर्पित करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे लिए इसे जीतना संभव बनाया. ये अवॉर्ड उन आने वाली पीढ़ियों के लिए है जो इस रास्ते पर चलना चाहते हैं. मुझे उम्मीद है कि ये उन्हें प्रेरित करने में मदद करेगा."
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वो अर्जुन अवॉर्ड जीतने वाले चौथे गोलकीपर हैं. इससे पहले, सुबर्ता पॉल (2016), ब्रह्मानंद संखवालकर (1997) और दिवंगत पीटर थंगराज (1967) इस पुरस्कार को जीत चुके हैं. गुरप्रीत फिलहाल, इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लब बेंगलुरू एफसी के लिए खेलते हैं.