चेन्नई : आईएसएल का आगामी सत्र (2020-21) नवंबर में शुरू होगा. यहां जारी विज्ञप्ति के मुताबिक 34 साल के इस खिलाड़ी का इस टीम के साथ लगातार छठा सत्र होगा. इस दौरान चेन्नइयन एफसी 2015 और 2017-18 में चैम्पियन भी बना था. उन्होंने 2017-18 में कमाल का प्रदर्शन किया था, इस सत्र में 20 मैचों में टीम के खिलाफ गोल नहीं हुआ था.
करणजीत ने पिछले सत्र में गोलकीपर और गोलकीपिंग कोच की दोहरी भूमिका निभाई थी. उनके मौजूदा सत्र में खिलाड़ी के तौर पर बने रहने की संभावना है क्योंकि नए कोच क्साबा लासज्लो अपने साथ किसी गोलकीपर कोच को ला सकते है.
क्लब के लिए 62 मैच खेलने वाले करणजीत ने कहा, ''चेन्नइयन एफसी मेरा घर है. मुझे अपने विस्तारित परिवार के साथ बने रहने और अपने प्यार करने वाले चेन्नई शहर के प्रशंसकों का प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लेने से पहले दो बार सोचना नहीं पड़ा.''
कोच कसाबा लाजलो ने कहा कि करणजीत की उपस्थिति से टीम को फायदा होगा और युवाओं के लिए उनके इनपुट महत्वपूर्ण होंगे. करनजीत एक निर्णायक सदस्य हैं. मुझे बहुत खुशी है कि हम उनके अनुभव और विशेषज्ञता से लाभान्वित होते रहेंगे. वो चेन्नइयन की सफलता का एक बड़ा हिस्सा रहे हैं और प्रशिक्षण सत्रों और मैच स्थितियों में उनके मूल्यवान इनपुट का बहुत महत्व होगा, खासकर हमारी छोटी गोलकीपिंग प्रतिभाओं के लिए.