कोलकाता: बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम एटीके और आई-लीग की टीम मोहन बागान के विलय के बाद बनी नई टीम के निदेशक बनने की अर्हता रखते हैं क्योंकि वो एटीके-एमबी के सहमालिकों में से एक हैं. मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि गांगुली को नई फ्रेंचाइजी का निदेशक बनाया गया है, लेकिन एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक ये हाल ही में हुई चीज नहीं है.
अधिकारी ने कहा,"गांगुली टीम के सहमालिक हैं. किसी तरह का कोई नया बदलाव नहीं हुआ है, ना ही कोई नई बात हुई है. वो निदेशक बनने के योग्य हैं. सिर्फ इसलिए कि ये एक विलय से बनने वाली टीम है, तो इससे ये बदलेगा नहीं. वो अभी भी सहमालिक हैं."
पिछले महीने कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में पंजीकरण कराते हुए नई फ्रेंचाइजी ने पांच निदेशकों को नाम दिए थे जिनमें उत्सव पारेख, मोहन बागान के श्रीनजॉय बोस और देबाशीष दत्ता के अलावा गॉतम रे और संजीव मेहरा के नाम थे.
चेयरमैन संजीव गोयनका की अध्यक्षता में बोर्ड की 10 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक होगी और इसमें बाकी की चर्चाओं के अलावा क्लब का नाम, जर्सी, लोगो के बारे में भी फैसला होना की संभावना है.
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया,"बोर्ड की बैठक 10 जुलाई को होनी है और इसमें आगे की चर्चा की जाएगी. बोर्ड को काफी कुछ चीजों पर चर्चा करनी है और पूरे साल की तैयारी करनी है, इसमें क्लब का नाम, जर्सी, लोगो पर भी चर्चा की जाएगी."
उन्होंने कहा,"संजीव गोयनका टीम के मुख्य मालिक बने रहेंगे और गांगुली टीम के सह-मालिक होंगे. इसमें कोई बदलाव नहीं है, इसलिए वो निदेशक बनने के योग्य हैं. ये एक सामान्य सी बात है."