कोलकाता: भारतीय महिला फुटबॉल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान ने शुक्रवार को कहा कि अगले साल फरवरी-मार्च में फीफा यू-17 विश्व कप की मेजबानी करने से न केवल देश में इस खेल को बढावा मिलेगा बल्कि महिला फुटबॉल के बारे में जागरूकता लाने में भी मदद करेगा.
भारत अगले साल फरवरी-मार्च में फीफा अंडर-19 महिला विश्व की मेजबानी करेगा. इसके बाद वह 2022 में एशिया कप की मेजबानी करेगा.
अदिति ने एक इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कहा, " हमें इस बात की आवश्यकता है कि माता-पिता इस चीज को लेकर अधिक सतर्क रहते हैं कि आप खेलों में, खासकर फुटबॉल में क्या हासिल कर सकते हैं. यह (यू-17 महिला विश्व कप) बहुत से लोगों की चिंताओं को दूर करेगा."
उन्होंने कहा, " हमें न केवल ऐसे खिलाड़ी मिलेंगे जो 2022 एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे बल्कि इससे उन माता-पिता का आंखें भी खुल जाएगा जो अपनी बेटियों को खेलों में भेजने से पहले दो बार सोचते हैं. इसलिए, देश में जागरूकता लाने के संदर्भ में विश्व कप एक लंबा रास्ता तय करेगा."
अदिति ने कहा कि युवा फुटबॉलरों से उन्हें अभी भी ऐसे संदेश मिलते हैं कि कुछ माता पिता अपने बच्चों को खेलों में नहीं भेजना चाहते हैं.
गोलकीपर ने कहा, " युवा फुटबॉलरों से मुझे अभी भी मैसेज मिलते हैं, जिसमें वे कहते हैं कि माता पिता फुटबॉल खेलने में सपोर्ट नहीं करते हैं. अभी भी वह कलंक है. माता-पिता सोचते हैं कि फुटबॉल खेलने से क्या होगा."
बता दें कि भारत अगले साल 17 फरवरी से सात मार्च तक फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप का आयोजन करेगा. पहले यह टूर्नामेंट इस साल नवंबर में होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था.
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल अहमदाबाद, नवी मुंबई, भुवनेश्वर और कोलकाता में होंगे. दो सेमीफाइनल तीन मार्च को नवी मुंबई और भुवनेश्वर में एक साथ होंगे. नवी मुंबई को फाइनल और तीसरे स्थान के क्लासिफिकेशन मैच की मेजबानी भी सौंपी गई है.
टूर्नामेंट की शुरुआत गुवाहाटी और भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में दो-दो मैचों के साथ होगी.
टूर्नामेंट के पांच मेजबान शहर अहमदाबाद, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, कोलकाता और नवी मुंबई होंगे और 16 टीमों के बीच 32 मैचों की मेजबानी करेंगे.