नई दिल्ली: भारतीय फुटबॉल टीम की मिडफील्ड के अहम खिलाड़ी अनिरुद्ध थापा ने पिछले साल एशियाई चैम्पियन कतर के साथ फीफा विश्व कप 2022 क्वालीफायर में खेले गए गोलरहित ड्रॉ मैच को भारतीय फुटबॉल का उदय बताया है.
थापा ने कहा, "15 साल बाद इस मैच को भारतीय फुटबॉल के उदय के तौर पर देखा जाएगा. काफी कुछ दाव पर लगा था और किसी ने हमसे ज्यादा कुछ उम्मीद नहीं की थी. हमारे प्रदर्शन पर ज्यादा किसी का ध्यान नहीं था लेकिन एशियाई विजेता को उनके घर में रोकना भारतीय फुटबॉल के लिए बड़ी बात थी."
उन्होंने कहा, "जैसे ही अंतिम सिटी बजी, परिणाम ने पूरे स्टेडियम में एक हैरानी भरा माहौल पैदा कर दिया था. कतर के खिलाड़ी काफी अच्छे थे लेकिन ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने हमसे इसकी उम्मीद नहीं की थी. वह हैरान थे."
उन्होंने कहा, "उन्होंने मैदान पर अपना सबकुछ झोंक दिया था. उन्होंने हमारे डिफेंस को तोड़ने की हर कोशिश कर ली थी. कोई भी टीम वो नहीं कर पाई थी, जो हमने उनके घरेलू मैदान पर किया. हमने किसी तरह की गलती नहीं की और उन्हें मौके नहीं दिए. वो हम सभी के लिए यादगार रात थी."
उन्होंने कहा, "जावी हर्नांडेज मैच देखने आए थे लेकिन वो भी हैरान रह गए थे. उनकी प्रतिक्रिया भी कतर के खिलाड़ियों जैसी थी. हमने उस मैच में अपना सब कुछ झोंक दिया था."
बता दें कि भारत ने आज ही के दिन पिछले साल गए इस मैच में एशियन चैंपियन कतर से गोलरहित ड्रॉ खेला था. भारत के लिए सर्वाधिक गोल करने वाले छेत्री बीमार होने के कारण इस मैच में नहीं खेले थे.
इससे पहले छेत्री ने कहा था, " विश्व कप क्चोलीफायर में एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ खेलना सपने की तरह था. मैं अपने होटल के कमरे में बैठक केवल मैच को देख ही सकता था. मैं पूरी तरह से टीवी से चिपका हुआ था और पूरे दिल से टीम को सपोर्ट कर रहा था."