नई दिल्ली: आई-लीग क्लब मिनर्वा पंजाब एफसी के मालिक रंजीत बजाज ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ को एक 'साइलेंट किलर' बताते हुए कहा कि देश की शीर्ष फुटबाल संस्था का मकसद आई-लीग क्लबों को खत्म करना है.
बजाज ने कहा, "गेम प्लान बिल्कुल साफ है. महासंघ की अनुशासनात्मक समिति ने सुपर कप में आई-लीग क्लबों को लेकर अब तक अपना फैसला नहीं सुनाया है."
उन्होंने कहा, "एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने क्लबों से मिलने का वादा किया था, लेकिन ऐसा अब तक नहीं हुआ है. महासंघ ने आने वाले सत्र की योजनाओं को लेकर अबतक कोई समय भी नहीं निकाला है. यह कोई नहीं जानता कि एक लीग होगी या दो."
मिनर्वा पंजाब के मालिक ने मीडिया से कहा कि एआईएफएफ की योजना आई-लीग क्लबों को खत्म करने की है. बजाज ने कहा, "मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है कि एआईएफएफ एक 'साइलेंट किलर' की तरह व्यवहार कर रहा है. 24 क्लब बंद हो चुके हैं लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं गया है."
उन्होंने कहा, "अन्य क्लबों के साथ भी इसी तरह का व्यवहार होगा. महासंघ आठ या 10 संगठनों के साथ एक शो चलाएगा।. उस विशेष क्लब का सदस्य बनने के लिए आपको मोटी फीस चुकानी होगी."
अनुशासनात्मक समिति के फैसले पर पूछे जाने पर एआईएफएफ के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि उचित समय पर इसका फैसला आएगा.
अधिकारी ने कहा, "फैसले की घोषणा करने से पहले समिति सभी कानूनी बाधाओं की जांच करेगी. इसे जल्दबाजी में नहीं किया जा सकता है." बजाज ने कहा कि इस पर छाई अनिश्चितताएं नकारात्मक प्रभाव पैदा कर रही हैं.
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कोई नहीं जानता आई-लीग के साथ होगा क्या
उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, "प्रायोजक, फुटबाल खिलाड़ी, अधिकारी, कोई भी नहीं जानता कि आई-लीग के साथ क्या होगा. क्या यह मुख्य लीग है या प्रभावी रूप से दूसरा भाग जैसा कि कुछ तिमाहियों में सुझाया गया है. उन्होंने भविष्य के रोडमैप के बारे में बात की. लेकिन अब वे यह भी नहीं बता सकते कि आने वाले सत्र में क्या होने वाला है."
बजाज ने कहा, "अगर हम सवाल उठाते हैं, तो वे आरोप लगाते हैं कि हम उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. हम केवल अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि भारतीय फुटबाल में हितधारकों की भी बात सुनी जाए."
बजाज ने कहा कि कुछ ही समय बाद आई-लीग क्लबों की गिनती विलुप्तप्राय चीजों में होने लगेगी.