नई दिल्ली: भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कोच मयमॉल रॉकी का मानना है कि उज्बेकिस्तान जल्दी पहुंचने का फायदा टीम को मिला है. भारतीय महिला टीम को उज्बेकिस्तान के खिलाफ पांच अप्रैल और बेलारूस के खिलाफ आठ अप्रैल को दोस्ताना मुकाबले खेलने हैं.
उज्बेकिस्तान के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर रॉकी ने कहा, "मैं शुक्रगुजार हूं कि हम उज्बेकिस्तान जल्दी पहुंचकर ट्रेनिंग शुरू कर सके. यहां मौसम बड़ा सर्द है. हमने गोवा में जिस मौसम में ट्रेनिंग की थी यहां उससे अलग माहौल है. लेकिन लड़कियां इसमें ढल गई और हमने सुबह तथा शाम को सत्र रखे और जल्दी पहुंचने का ज्यादा से ज्यादा फायदा लिया."
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भारत ने 2019 में उज्बेकिस्तान का सामना किया है लेकिन भारतीय टीम के कोच का मानना है कि दोनों टीमों ने अपने खेल में सुधार किया है इसलिए इस बार हालात अलग है.
रॉकी ने कहा, "हमने इससे पहले भी उज्बेकिस्तान का सामना किया है. मुझे यकीन है कि उनकी टीम में बदलाव हुआ होगा. दोनों टीमों के लिए ये आसान मुकाबला नहीं होगा. हम इस मैच के लिए पूरी तरह तैयार हैं."
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कोच का मानना है कि ऐसी बेहतरीन टीमों के खिलाफ खेलने से टीम को एएफसी महिला एशिया कप 2022 की तैयारियों को देखते हुए फायदा पहुंचेगा.
रॉकी ने कहा, "ज्यादा से ज्यादा मुकाबले खेलने से टीम बेहतर होगी. मेरे ख्याल से खिलाड़ी भी ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहते हैं. साथ में रहने से तथा ज्यादा मुकाबले खेलने से हमें 2022 के लिए मदद मिलेगी."