नई दिल्ली : लंदन के द ओवल में 7 जून से भारत और ऑस्ट्रेलिया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के खिताब लिए लड़ेगा. इसके दोनों ही टीमें इंग्लैंड के नेट्स पर खूब अभ्यास कर रही हैं. दोनों टीमों के बीच 7 से 11 जून तक खेले जाना वाला मुकाबला काफी रोमांचक होगा. इस साल भारतीय टीम दूसरी बार WTC फाइनल खेलेगी. इससे पहले टीम इंडिया को 2021 में न्यूजीलैंड ने 8 विकेट से शिकस्त दी थी. साल 2022 में इस टूर्नामेंट में बारिश बाधा बनी थी. क्या इस बार भी बारिश के चलते मैच पर कोई असर होगा. आइए जानते हैं अगर मैच ड्रॉ, टाई और रद्द होने वाली ऐसी स्थिति में किस टीम को चैंपियनशिप की ट्रॉफी मिलेगी.
मैच ड्रॉ-टाई-रद्द होने पर किसे मिलेगी ट्रॉफी
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की एक वेबसाइट रिपोर्ट के अनुसार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अगर किसी कारण मैच ड्रॉ और टाई हुआ तो उसके बाद भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया टीम दोनों मिलकर संयुक्त रूप से इस इस खिताबी ट्रॉफी को उठाएंगी. इसके अलावा अगर बारिश होने के चलते अगर 11 जून को मैच नहीं खेला गया तो ऐसी स्थिति में 12 जून को रिजर्व डे की व्यवस्था लागू की गई है. वहीं, अगर किसी कारण से मैच को रद्द करना पड़ा तब ट्रॉफी को दोनों टीमें ही उठाएंगी. नियम के अनुसार इस टूर्नामेंट में रिजर्व डे का इस्तेमाल भी तभी हो पाएगा, जब बारिश या और किसी वजह से खेल एक घंटे से ज्यादा समय की देरी से शुरू हो रहा हो.
WTC फाइनल में नहीं होगा ये नियम
ICC ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले एक नियम को हटा दिया है. आईसीसी का कहना है कि अब WTC में सॉफ्ट सिग्नल का नियम नहीं होगा. सॉफ्ट सिग्नल नियम के मुताबिक अगर मैदान के अंपायर को किसी कैच या LBW पर शक होता है तो वह उसे थर्ड अंपायर के लिए रिफर करता है. लेकिन वह इससे पहले एक सॉफ्ट सिग्नल देता है. इसके बाद अगर तीसरा अंपायर सभी फुटेज और वीडियो देखने के बाद भी किसी फैसले पर पहुंच पाता है तब भी मैदानी अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल को ही मान लिया जाता है. लेकिन इस नियम पर पहले काफी विवाद हो चुका था. इसलिए इस नियम को खत्म करने का निर्णय लिया गया है.