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World Cup 2023 से पहले जानिए टीम इंडिया की क्या है ताकत और कमजोरी, किन खिलाड़ियों का धमाल मचाना है जरूरी - ईशान किशन

आईसीसी विश्व कप 2023 में भारतीय टीम को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. इस टीम में बल्लेबाजों से लेकर गेंदबाजों तक सभी के पास बड़े टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने का अनुभव हैं. विश्व कप से पहले आज हम आपको इस टीम की ताकत और कमजोरी के साथ-साथ कुछ अहम बातें भी बताने वाले हैं.

India cricket team
भारतीय क्रिकेट टीम
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 30, 2023, 5:33 PM IST

Updated : Sep 30, 2023, 11:00 PM IST

हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप में हमेशा फैंस की उम्मीदें अपने कंधों पर लेकर उतरती है. भारत एक ऐसा देश है जिसमें क्रिकेट के लिए भरपूर दिवानगी देखी जाती है. भारत को आखिरी बार साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी दिलाई थी. टीम इंडिया साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से अभी तक आईसीसी की कोई भी ट्रॉफी नहीं जीत पाई है और लगातार नॉकआउट मैचों से बाहर होती रही है. अब रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम के पास मौका होगा कि वो आईसीसी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी अपने नाम कर सके.

इस बार भारत की टीम के पास क्वालिटी प्लेयर्स एक बड़ा ग्रुप है और ये सभी बल्लेबाजी भारतीय सरजमीं पर जीत के फॉर्मूला की गारंटी देते हैं. भारतीय पिचों पर स्पिनर्स का रोल भी अहम होने वाला है और टीम में विश्व स्तरीय स्पिनग गेंदबाज भी मौजूद हैं, जिन्होंने अपने आप को हर मौके पर साबित किया है. ऐसे में टीम इंडिया विश्व कप का टाइटल अपने नाम करने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है लेकिन उसको ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी दमदार टीमों से चुनौती मिलने वाली है.

ताकत
इंडियन क्रिकेट टीम की ताकत हमेशा से उनकी बललेबाजी को माना जाता है. भारत की टीम अपने विरोधियों के सामने बड़े से बड़ा लक्ष्य खड़ा करने और उसका पीछा करने में सक्षम हैं. भारतीय बल्लेबाज अपने घर में किसी भी गेंदबाजी क्रम की बखियां उधेड़ सकते हैं. रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के रूप में टीम के पास मजबूत टॉपऑर्डर मौजूद है. रोहित ने पिछली 4 वनडे 3 अर्धशतक लगाए हैं. तो शुभमन गिल ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के शुरूआती 2 मैचों में लगातार अर्धशतक लगाए थे. विराट ने भी एशिया कप में शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 अर्धशतक लगाकर अपने शानदार फॉर्म का परिचय दे दिया है. केएल राहुल और श्रेयस अय्यर भी अच्छी लय में हैं. राहुल ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 1 शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 अर्धशतक लगाए हैं. इसके अलावा अय्यर ने भी ऑस्ट्रलेलिया के खिलाफ शानदार शतक लगाया था.

भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजी भी उनकी ताकत हैं और भारतीय पिचों पर ये दोगुनी हो जाती है. कुलदीप यादव विश्व के किसी भी बल्लेबाजो को अपनी गेंदों पर नचाने की क्षमता रखते हैं. तो वहीं, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जड़ेजा गेंदबाज की जोड़ी के आगे अच्छे-अच्छे बल्लेबाज घुटने टेक देते हैं. मोहम्मद सिराज भी एशिया कप के फाइनल में गेंद से आग लगा चुके हैं और मोहम्मद शमी भी ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के घुटनों पर ला चुके हैं. जसप्रीत बुमराह भारत की गेंदबाजी में चार चार लगाते हैं. भारत की टीम हर क्षेत्र में मजबूत नजर आती है और वो ट्रॉफी उठाने के प्रबल दावेदार है.

कमजोरी
भारतीय टीम में ज्यादातर बल्लेबाज दाएं हाथ के हैं ऐसे मे टीम को बाएं हाथ की कमी खल सकती है. भारतीय टॉप ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाज का ना होना एक कमजोरी है. ईशान किशन को अगर प्लेइंग 11 से बाहर रखा जाता है तो सिर्फ रविंद्र जडेजा ही एक मात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज टीम में रह जाएंगे और वो भी नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आएंगे. इसके अलवा टीमें लेग स्पिनर का ना होना भी एक बड़ी कमजोरी है. भारत के लिए युजवेंद्र चहल पिछले कुछ सालों से अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन वो अब टीम से बाहर हैं और भारत इस विश्व कप में एक लेग स्पिनर को मिस कर सकता है.

टीम इंडिया में एमएस धोनी और ऋषभ पंत रेगुलर विकेटकीपर थे लेकिन केएल राहुल और ईशान किशन रेगुलर विकेटकीपर नहीं हैं. ऐसे में भारत को स्पेशलिस्ट विकेटकीपर की कमी खल सकती है. कई मौकों पर कैच ड्रॉफ होने और स्टेपिंग मिस होने पर टीम को धोन और पंच जैसे रेगुलर विकेट कीपर की कमी खल सकती है. शार्दुल ठाकुर को प्लेइंग 11 में जगह मिली तो अश्विन को बाहर बैठना पडा सकता है. ऐसे में टीम में एक ऑफ स्पिन का ना होना कमजोरी का विषय बन सकता है. तो वहीं अगर अश्विन को प्लेइंग 11 को खिलाकर शार्दुर को बाहर किया तो टीम को एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की कमी खल सकती है. शार्दुल ने पिछले 44 वनडे मैचों में इकॉनमी रेट 6.24 है बेहतरीन प्रदर्शन किया है.

खतरा
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा सपाट विकेटों पर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी टीमों के बल्लेबाज हो सकते हैं. जिन पिचों पर भारतीय स्पिनर्स की गेंद घूमती है वहां ये बल्लेबाज स्ट्रगल करते हैं और सपाट विकेटों पर ये बल्लेबाजी भारतीय स्पिनर्स के लिए काल सबित हो सकते हैं. विश्व कप के नॉकआउट में भारतीय टीम का पिछला प्रदर्शन भी खतरे की घंटी बजाता है.

मौका
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के पास मौका होगा कि वो अपने पहले ही विश्व कप में बड़े मंच पर खुद के नाम का ढंका बजा दें. गिल ने वनडे फॉर्मट में 72.35 की औसत के साथ 1,230 रन बनाए हैं. गिल के अलावा सूर्यकुमार यादव के पास भी मौका होगा कि वो टी20 की तरह वनडे में भी अपने नाम को बड़े मंच पर साबित करें. सूर्या ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 वनडे मैचों में लगातार 2 अर्धशतक लगाए थे.

ये भी पढ़ें : ETV Bharat Exclusive: Cricket World Cup 2023: लालचंद राजपूत को है विश्वास, भारत तीसरी बार उठाएगा विश्व कप ट्रॉफी

हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप में हमेशा फैंस की उम्मीदें अपने कंधों पर लेकर उतरती है. भारत एक ऐसा देश है जिसमें क्रिकेट के लिए भरपूर दिवानगी देखी जाती है. भारत को आखिरी बार साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी दिलाई थी. टीम इंडिया साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से अभी तक आईसीसी की कोई भी ट्रॉफी नहीं जीत पाई है और लगातार नॉकआउट मैचों से बाहर होती रही है. अब रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम के पास मौका होगा कि वो आईसीसी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी अपने नाम कर सके.

इस बार भारत की टीम के पास क्वालिटी प्लेयर्स एक बड़ा ग्रुप है और ये सभी बल्लेबाजी भारतीय सरजमीं पर जीत के फॉर्मूला की गारंटी देते हैं. भारतीय पिचों पर स्पिनर्स का रोल भी अहम होने वाला है और टीम में विश्व स्तरीय स्पिनग गेंदबाज भी मौजूद हैं, जिन्होंने अपने आप को हर मौके पर साबित किया है. ऐसे में टीम इंडिया विश्व कप का टाइटल अपने नाम करने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है लेकिन उसको ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी दमदार टीमों से चुनौती मिलने वाली है.

ताकत
इंडियन क्रिकेट टीम की ताकत हमेशा से उनकी बललेबाजी को माना जाता है. भारत की टीम अपने विरोधियों के सामने बड़े से बड़ा लक्ष्य खड़ा करने और उसका पीछा करने में सक्षम हैं. भारतीय बल्लेबाज अपने घर में किसी भी गेंदबाजी क्रम की बखियां उधेड़ सकते हैं. रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के रूप में टीम के पास मजबूत टॉपऑर्डर मौजूद है. रोहित ने पिछली 4 वनडे 3 अर्धशतक लगाए हैं. तो शुभमन गिल ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के शुरूआती 2 मैचों में लगातार अर्धशतक लगाए थे. विराट ने भी एशिया कप में शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 अर्धशतक लगाकर अपने शानदार फॉर्म का परिचय दे दिया है. केएल राहुल और श्रेयस अय्यर भी अच्छी लय में हैं. राहुल ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 1 शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 अर्धशतक लगाए हैं. इसके अलावा अय्यर ने भी ऑस्ट्रलेलिया के खिलाफ शानदार शतक लगाया था.

भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजी भी उनकी ताकत हैं और भारतीय पिचों पर ये दोगुनी हो जाती है. कुलदीप यादव विश्व के किसी भी बल्लेबाजो को अपनी गेंदों पर नचाने की क्षमता रखते हैं. तो वहीं, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जड़ेजा गेंदबाज की जोड़ी के आगे अच्छे-अच्छे बल्लेबाज घुटने टेक देते हैं. मोहम्मद सिराज भी एशिया कप के फाइनल में गेंद से आग लगा चुके हैं और मोहम्मद शमी भी ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के घुटनों पर ला चुके हैं. जसप्रीत बुमराह भारत की गेंदबाजी में चार चार लगाते हैं. भारत की टीम हर क्षेत्र में मजबूत नजर आती है और वो ट्रॉफी उठाने के प्रबल दावेदार है.

कमजोरी
भारतीय टीम में ज्यादातर बल्लेबाज दाएं हाथ के हैं ऐसे मे टीम को बाएं हाथ की कमी खल सकती है. भारतीय टॉप ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाज का ना होना एक कमजोरी है. ईशान किशन को अगर प्लेइंग 11 से बाहर रखा जाता है तो सिर्फ रविंद्र जडेजा ही एक मात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज टीम में रह जाएंगे और वो भी नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने आएंगे. इसके अलवा टीमें लेग स्पिनर का ना होना भी एक बड़ी कमजोरी है. भारत के लिए युजवेंद्र चहल पिछले कुछ सालों से अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन वो अब टीम से बाहर हैं और भारत इस विश्व कप में एक लेग स्पिनर को मिस कर सकता है.

टीम इंडिया में एमएस धोनी और ऋषभ पंत रेगुलर विकेटकीपर थे लेकिन केएल राहुल और ईशान किशन रेगुलर विकेटकीपर नहीं हैं. ऐसे में भारत को स्पेशलिस्ट विकेटकीपर की कमी खल सकती है. कई मौकों पर कैच ड्रॉफ होने और स्टेपिंग मिस होने पर टीम को धोन और पंच जैसे रेगुलर विकेट कीपर की कमी खल सकती है. शार्दुल ठाकुर को प्लेइंग 11 में जगह मिली तो अश्विन को बाहर बैठना पडा सकता है. ऐसे में टीम में एक ऑफ स्पिन का ना होना कमजोरी का विषय बन सकता है. तो वहीं अगर अश्विन को प्लेइंग 11 को खिलाकर शार्दुर को बाहर किया तो टीम को एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की कमी खल सकती है. शार्दुल ने पिछले 44 वनडे मैचों में इकॉनमी रेट 6.24 है बेहतरीन प्रदर्शन किया है.

खतरा
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा सपाट विकेटों पर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी टीमों के बल्लेबाज हो सकते हैं. जिन पिचों पर भारतीय स्पिनर्स की गेंद घूमती है वहां ये बल्लेबाज स्ट्रगल करते हैं और सपाट विकेटों पर ये बल्लेबाजी भारतीय स्पिनर्स के लिए काल सबित हो सकते हैं. विश्व कप के नॉकआउट में भारतीय टीम का पिछला प्रदर्शन भी खतरे की घंटी बजाता है.

मौका
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के पास मौका होगा कि वो अपने पहले ही विश्व कप में बड़े मंच पर खुद के नाम का ढंका बजा दें. गिल ने वनडे फॉर्मट में 72.35 की औसत के साथ 1,230 रन बनाए हैं. गिल के अलावा सूर्यकुमार यादव के पास भी मौका होगा कि वो टी20 की तरह वनडे में भी अपने नाम को बड़े मंच पर साबित करें. सूर्या ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 वनडे मैचों में लगातार 2 अर्धशतक लगाए थे.

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Last Updated : Sep 30, 2023, 11:00 PM IST
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