लंदन: भारतीय कप्तान विराट कोहली और न्यूजीलैंड के उनके समकक्ष केन विलियमसन में कौन सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है, इस मुद्दे पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन और पाकिस्तान के सलमान बट के बीच रविवार को जुबानी जंग छिड़ गयी.
वॉन ने बट पर कटाक्ष करते हुए यहां तक कह दिया कि पूर्व पाकिस्तानी कप्तान को मैच फिक्स करते समय भी इसी तरह की स्पष्टता दिखानी चाहिए थी.
इसकी शुरुआत वॉन के न्यूजीलैंड के मेजबान प्रसारक को दिये गये साक्षात्कार से हुई जिसमें उन्होंने कहा कि यदि विलियमसन भारतीय होता तो उन्हें विश्व का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आंका जाता.
उन्होंने कहा, "लेकिन ऐसा नहीं है और आपको यह कहने का अधिकार नहीं है कि विराट कोहली सर्वश्रेष्ठ नहीं है क्योंकि सोशल मीडिया पर लोग आप पर बरसने लगेंगे. इसलिए कुछ अधिक क्लिक और लाइक के लिये आप कहते हो कि विराट सर्वश्रेष्ठ है. केन विलियमसन भी सभी प्रारूपों में समान रूप से सर्वश्रेष्ठ है."
स्पॉट फिक्सिंग मामले के कारण 2010 में 10 साल (जिसे बाद में पांच साल कर दिया गया) का प्रतिबंध झेलने वाले बट ने कोहली और विलियमसन के बीच गैरजरूरी तुलना करके विवाद पैदा करने के लिए वॉन की कड़ी आलोचना की.
बट ने कहा, "कोहली ऐसे देश से है जहां की जनसंख्या बहुत अधिक है और इसलिए उनके प्रशंसकों की संख्या अधिक है. इसके अलावा वर्तमान समय में दुनिया के किसी भी अन्य बल्लेबाज के नाम पर 70 अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज नहीं हैं. वह लंबे समय से बल्लेबाजी रैंकिंग में दबदबा बनाये हुए है क्योंकि उसका प्रदर्शन बेजोड़ रहा है. इसलिए तुलना का क्या मतलब बनता है."
उन्होंने कहा, "और इन दोनों के बीच तुलना कौन कर रहा है? माइकल वॉन. वह इंग्लैंड के लिए अच्छा कप्तान रहा होगा लेकिन वह जिस तरह से बल्लेबाजी करते थे वह आंकड़ों में नहीं दिखता है. वह अच्छे टेस्ट बल्लेबाज थे लेकिन उन्होंने वनडे में एक भी शतक नहीं लगाया.''
बॉल टेम्परिंग मामले को लेकर जानकारी हो तो बताएं : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया
वॉन इससे चिढ़ गये और उन्होंने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग के बहाने बट की खिल्ली उड़ाई.
वॉन ने ट्वीट किया, "मुझे नहीं पता कि हेडलाइन क्या है लेकिन मैंने देखा है कि सलमान ने मेरे बारे में क्या कहा है. वह अपने विचार रखने के लिए स्वतंत्र है लेकिन मैं चाहता था कि 2010 में जब वह मैच फिक्स कर रहे थे तब भी उनके दिमाग में इस तरह के स्पष्ट विचार होते."