कराची: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को लगता है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली को बल्लेबाज के तौर पर और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिये खेल के सभी प्रारूपों में कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए.
एक टीवी चैनेल पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) का रोहित शर्मा को भारतीय टी20 टीम का कप्तान नियुक्त करने का फैसला अच्छा है. कोहली ने भारत के टी20 विश्व कप में अभियान समाप्त होने पर टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला किया.
अफरीदी ने कहा, "मुझे लगता है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिये अद्भुत ताकत रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा, अगर वह अब सभी प्रारूपों में बतौर कप्तान संन्यास लेने का फैसला कर लें."
उन्होंने कहा, "मैं एक साल के लिए रोहित के साथ खेला था और वो मजबूत मानसिकता वाला लाजवाब खिलाड़ी है. उसकी सबसे मजबूत चीज है कि जब जरूरी हो तो वो 'रिलैक्स' रह सकता है और जब बहुत जरूरी हो तो वa आक्रामकता भी दिखा सकता है."
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इस पाकिस्तानी स्टार ने कहा कि रोहित में अच्छे कप्तान के लिए मानसिक मजबूती है और उन्होंने अपनी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिए ये दिखा भी दिया है.
उन्होंने कहा, "वह शीर्ष स्तर का खिलाड़ी है, उनका शॉट चयन शानदार है और खिलाड़ियों के लिए अच्छे नेतृत्वकर्ता के लिए उनके पास मानसिकता भी है."
अफरीदी आईपीएल के शुरू होने वाले वर्ष में डेक्कन चार्जर्स में रोहित के साथ खेले थे.
कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के फैसले पर अफरीदी ने कहा कि वो इसकी उम्मीद कर रहे थे. अफरीदी को लगता है कि कोहली को कप्तानी छोड़कर सभी तीनों प्रारूपों में अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए और इसका लुत्फ उठाना चाहिए.
अफरीदी ने कहा, "मुझे लगता है कि विराट को कप्तानी छोड़कर अपना बचे हुए क्रिकेट का लुत्फ उठाना चाहिए और मुझे लगता है कि उनका अभी काफी क्रिकेट बचा है. वह शीर्ष स्तर के बल्लेबाज हैं और वह दिमाग में किसी अन्य दबाव के बिना 'फ्री' होकर खेल सकते हैं. वो अपने क्रिकेट का आनंद लेंगे."
तैंतीस वर्षीय कोहली ने हाल में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी से भी हटने का फैसला किया था.
वहीं मुख्य कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म कर चुके रवि शास्त्री ने हाल में एक साक्षात्कार में संकेत दिया था कि कोहली वनडे की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं और सिर्फ टेस्ट टीम की अगुआई पर ही ध्यान लगायेंगे जो उनका पसंदीदा प्रारूप है.
कोहली ने 2019 के अंत से कोई टेस्ट शतक नहीं लगाया है.