वॉर्सेस्टर: भारत की महिला एकदिवसीय कप्तान मिताली राज ने खुलासा किया है कि उन्होंने तीसरे वनडे के टॉस से पहले झूलन गोस्वामी और प्रिया पुनिया को अपने साथ ले जाने के बारे में सोचा था.
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही सीरीज के दौरान मिताली सिर्फ एक बार टॉस जीतने में सफल रही और ऐसा तीसरे वनडे के दौरान हुआ. संयोग से, एक बार मिताली टॉस जीतने में सफल रही, जिसके परिणामस्वरूप टीम इंडिया ने मैच में जीत हालिस की.
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The inside story on how @M_Raj03 ended her toss-losing streak 🪙😁😁😎#TeamIndia #ENGvIND pic.twitter.com/ju2izxb2Mz
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मिताली राज ने कहा, "टॉस के लिए वॉक आउट करते समय मैं काफी दबाव से गुजरती हूं, चाहे कॉल करना हो या सिक्का उछालना हो. मैं इसमें बहुत खराब हूं. लेकिन तीसरे वनडे में, जब बारिश के कारण मैच में थोड़ी देरी हुई तो मैंने वीडियो विश्लेषण टीम से पूछा तो उन्होंने कहा मुझसे कि चलो कोशिश करते हैं और टॉस की प्रैक्टिस करते हैं. 11 बार सिक्का उछाला गया जिसमें से सिर्फ दो बार मैं जीती."
उन्होंने कहा, "मैंने कहा ठीक है टीम में किसका टॉस का बेहतर प्रतिशत है तो सबको मौका दिया गया. प्रिया पुनिया और झूलन गोस्वामी का प्रतिशत सबसे अच्छा था और एक समय, मैंने उन्हें टॉस के लिए साथ ले जाने के बारे में सोचा था. मुझे उम्मीद थी कि में तीसरे वनडे में टॉस जीतूंगी."
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वर्सेस्टर के न्यू रोड में शनिवार को खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हरा दिया. मिताली ने कप्तानी पारी खेली और 75 रन बनाकर नाबाद रहीं. अंत में राणा ने भी महज 22 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 24 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली जिसके बाद भारत को जीत मिली.