नई दिल्ली : वेस्टइंडीज के साथ 2 टेस्ट, 3 वन डे व 5 टी-20 मैचों की सीरीज खेलने के लिए टीम जुलाई के महीने में वेस्टइंडीज जाने वाली है. ऐसे में टीम में खिलाड़ियों के सेलक्शन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कोई नए बल्लेबाजों को मौका देने की पैरवी कर रहा है तो कोई नए गेंदबाजों व विकेटकीपर के रूप में ईशान किशन की पैरवी कर रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि वेस्टइंडीज जाने वाली टीम में कई नए चेहरे होंगे और उनमें से कुछ को मैच खेलने का मौका भी मिलेगा.
सबसे पहले टीम इंडिया वेस्टइंडीज के साथ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, जिसमें पहला टेस्ट 12-16 जुलाई के बीच खेला जाएगा, जबकि दूसरा टेस्ट मैच पोर्ट ऑफ स्पेन में 20-24 जुलाई के बीच खेला जाएगा. इन दोनों टेस्ट मैचों के लिए कई युवा दावेदार अपनी दावेदारी कर रहे हैं और कई पुराने दिग्गज इनको मौका देने की पैरवी कर रहे हैं.
कहा जा रहा है कि रोहित शर्मा व कोहली के विकल्प के साथ-साथ चेतेश्वर पुजारा के विकल्प तैयार किए जाने की जरूरत है. वहीं अजिंक्य रहाणे ने 14 महीने बाद वापसी करते हुए WTC फाइनल में अच्छा खेल दिखाया, लेकिन 35 साल की उम्र में वह कितने समय तक नंबर 5 पर बने रह सकते हैं, यह भी एक बड़ा सवाल होगा. इसलिए टेस्ट मैच में टीम इंडिया के लिए अभी से युवाओं को मौका देकर तैयार करना चाहिए.
ऐसा माना जा रहा है कि ऋषभ पंत, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे चोटिल खिलाड़ियों के कारण चयनकर्ताओं को भारत की टेस्ट टीम में नए जोश भरने वाले खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए. ऐसे में अभिमन्यु ईश्वरन, यशस्वी जयसवाल, सरफराज खान और रजत पाटीदार जैसे खिलाड़ी दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं और आगामी कैरेबियाई दौरा उनमें से कुछ को मौका भी मिलने की उम्मीद है. ऐसा करके टीम इंडिया अपना एक बैकअप प्लान बना सकती है, ताकि टॉप ऑर्डर में बैटिंग करने वाले खिलाड़ियों के विकल्प के रुप में नए खिलाड़ियों को तैयार किया जा सके.
भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि भारत को वेस्टइंडीज श्रृंखला के लिए कम से कम तीन नए बल्लेबाजों और इतने ही नए तेज गेंदबाजों को शामिल करना चाहिए. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए गेम चेंजर बने स्टीव स्मिथ और ट्रैविस हेड जैसे खिलाड़ियों से सबक लेने को कहा, जो बहुत अधिक टी20 क्रिकेट नहीं खेलते हैं. इसलिए हमें ऐसे लोगों को ढूंढना होगा जो थके हुए न लगें और जिनमें टेस्ट क्रिकेट में समायोजन करने की क्षमता हो. अब समय आ गया है कि हम उन खिलाड़ियों को मौका देना शुरू करें जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
ऐसा कहा जा रहा है कि चयनकर्ता उन खिलाड़ियों पर विचार कर सकते हैं, जिनमें भविष्य के टेस्ट खिलाड़ी बनने और विदेशी परिस्थितियों में सफल होने की क्षमता है. वहीं विकेटकीपर के रूप में ईशान किशन को भी आजमाने की जरूरत है, जो अच्छी बल्लेबाजी करके एक बल्लेबाज की जगह पूरा कर सकते हैं.
वेस्टइंडीज सीरीज के लिए भारत की टेस्ट टीम में इन खिलाड़ियों के लिए भविष्यवाणी की जा रही है और माना जा रहा है कि बीसीसीआई इस अवसर का उपयोग यशस्वी जयसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, सरफराज खान, मुकेश कुमार और रजत पाटीदार जैसे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में शामिल करने का मौका देने के लिए करेगी.
भारत की टेस्ट टीम (संभावित): रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जयसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, सरफराज खान, ईशान किशन, श्रीकर भरत, आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर, मुकेश कुमार, उमेश यादव, जयदेव उनादकट.