कानपुर: रिद्धिमान साहा के लिये अपने 11 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अहम चीज उनकी शानदार विकेटकीपिंग रही है जो अब भी अच्छी है लेकिन स्थानापन्न विकेटकीपर के तौर पर विकेटों के पीछे श्रीकर भरत की काबिलियत बंगाल के 37 साल के विकेटकीपर के लिये रातों की नींद गंवाने के लिये काफी है.
इससे भी खराब बात साहा का गलत समय पर चोटिल होना भी उनके खिलाफ ही जा रहा है और साथ ही उनकी बल्लेबाजी भी ऋषभ पंत के भारतीय टेस्ट प्रारूप में आने के बाद खराब ही होती जा रही है.
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शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन का खेल शुरू होने से कुछ ही मिनट पहले साहा ने गर्दन में जकड़न की शिकायत की और दूसरे विकेटकीपर भरत को स्थानापन्न के तौर पर उतारा गया.
पिच पर असमान उछाल था और भरत ने 85.3 ओवर के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और दो बहुत ही अलग तरीके से कैच लपके, साथ ही स्टंपिंग के चतुर रिफलेक्स भी दिखाये जो असमान उछाल के कारण गलत भी हो सकते थे.
पिछले तीन वर्षों से भारत ए टीम का हिस्सा रहे 28 साल के भरत के प्रदर्शन के बारे में जब दिन के नायक अक्षर पटेल से पूछा तो उन्होंने कहा, "यह आसान नहीं है जब आप अंतिम 11 खिलाड़ियों में शामिल नहीं हो, और फिर अचानक से आपको खेलने के लिये कह दिया जाये."
उन्होंने कहा, "रिद्धि भाई की गर्दन में जकड़न थी और वह (भरत) अभ्यास और वार्मअप कर रहा था और मैच शुरू होने से 10 मिनट पहले ही उसे मैच में खेलने के लिये कहा गया. यह इतना आसान नहीं है."
पटेल ने कहा, "लेकिन जैसा कि आपने देखा, उसने कैसे गेंद संभाली और उसने कैसे कैच पलके और स्टंपिंग कीं. वह आने वाले दिनों में बेहतर ही होगा."