सेंचुरियन [दक्षिण अफ्रीका]: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है.
सेंचुरियन में भारत के खिलाफ प्रोटियाज के पहले टेस्ट मैच में हार मिलने के बाद उन्होंने ये घोषणा की.
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) ने कहा कि डी कॉक ने लंबे प्रारूप से तुंरत संन्यास लेने का कारण अपने बढ़ते परिवार के साथ अधिक समय को बताया है. वह और उनकी पत्नी, साशा, आने वाले दिनों में अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए एक दूसरे को ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहते हैं.
क्विंटन ने अपेन बयान में कहा, "ये बहुत आसानी से लिया जाने वाला निर्णय नहीं है. मैंने ये सोचने के लिए बहुत समय लिया है कि मेरा भविष्य मुझे कैसा चाहिए और अब मेरे जीवन में क्या प्राथमिकता होनी चाहिए खासकर तब जब साशा और मैं अपने पहले बच्चे का स्वागत करने जा रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "मेरा परिवार मेरे लिए सब कुछ है और मैं अपने जीवन के इस नए और रोमांचक अध्याय के दौरान उनके साथ रहना चाहता हूं. मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है और मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करना पसंद है. मैंने उतार-चढ़ाव, उत्सव और यहां तक कि निराशाओं का भी आनंद लिया है, लेकिन अब मुझे कुछ ऐसा मिला है जिससे मैं और भी ज्यादा प्यार करता हूं."
डी कॉक ने कहा, "जीवन में, आप समय को छोड़कर लगभग सब कुछ खरीद सकते हैं, इसलिए मेरे लिए ये सबसे ज्यादा मायने रखता है."
29 वर्षीय डी कॉक ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गक्बेरहा में प्रोटियाज टेस्ट में पदार्पण किया. 54 मैचों में, उन्होंने नाबाद 141 के उच्च स्कोर के साथ 38.82 के औसत और 70.93 के स्ट्राइक रेट के साथ 3300 रन बनाए. उनके नाम छह शतक और 22 अर्धशतक भी हैं.
अपने टेस्ट को छोड़ने के फैसले के बाद सीमित ओवर में अपने रोल को लेकर डी कॉक ने कहा, "ये एक प्रोटिया के रूप में मेरे करियर का अंत नहीं है, मैं सफेद गेंद क्रिकेट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं और निकट भविष्य के लिए अपनी क्षमता के अनुसार अपने देश का प्रतिनिधित्व करूंगा. इस टेस्ट सीरीज के शेष के लिए मेरे साथियों को शुभकामनाएं भारत के खिलाफ."