ढाका: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने ढाका प्रीमियर लीग (DPL) 2021 में शुक्रवार को एक मैच में अंपायर पर गुस्सा जताने और स्टंप को लात मार कर गिराने के मामले में अनुभवी आलराउंडर शाकिब अल हसन तीन मैचों का प्रतिबंध लगाया है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ऑलराउंडर शाकिब पर साथ ही पांच लाख बांग्लादेशी टका जुमार्ना भी लगाया गया है.
मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब की ओर से खेलते हुए मैदान पर गुस्से में अपना आपा खो बैठे थे और अंपायर के आउट नहीं देने पर स्टंप्स को लात मारकर गिरा दिया था. वो डीपीएल में अभानी लिमिटेड के खिलाफ गेंदबाजी कर रहे थे और तभी अपनी एक गेंद पर अंपायर द्वारा आउट नहीं देने पर वो एक बार नहीं बल्कि दो बार अपना गुस्से में अपना आपा खो बैठे.
शाकिब ने मुशफिकुर रहीम के खिलाफ की गई पगबाधा की अपील को खारिज किए जाने के बाद लात मारकर स्टंप गिरा दिया। बाद में उन्होंने मैदान पर ही स्टंप उखाड़कर उसे जमीन पर पटक दिया और फिर अंपायर से बहस भी करने लगे. इसके बाद अंपायर पर भी जोर जोर से चिल्लाने लगे.
मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष मसूदुज्जमां ने एक मीडिया हाउस से इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि वो बीसीबी से अपील करेंगे ताकि वे यह पता लगा सकें कि उनके खिलाड़ी ने इस तरह के व्यवहार क्यों किया.
मसूदुज्जमां ने कहा, "हमें अभी तक कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है लेकिन हमें पता चला है कि अंपायर समिति ने चार मैचों के प्रतिबंध की सिफारिश की है. हम बोर्ड से अपील करेंगे और उनसे कहेंगे कि वो इस मामले की जांच करें और देखें कि शाकिब को ऐसा कदम उठाने के लिए क्यों प्रेरित किया गया. स्वाभाविक रूप से, ये स्वीकार्य नहीं था लेकिन साथ ही हमें ये पता लगाना होगा कि ऐसा क्यों हुआ."
शाकिब ने हालांकि इस मामले के लिए अब फैंस से माफी भी मांगी है. उन्होंने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर माफी मांगी है. उनकी पत्नी उम्मे अल हसन ने भी इस मामले में अपने पति का बचाव किया है.