नई दिल्ली: भारत के सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा फिट हैं और अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ 6 फरवरी से तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के साथ शुरू हो रही सीमित ओवरों के छह मुकाबलों की सीरीज में भारत की अगुआई करने के लिए तैयार हैं. हालांकि, इस हफ्ते होने वाली चयन समिति की बैठक रोचक होगी. क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में 0-3 से एकदिवसीय सीरीज में क्लीन स्वीप के बाद भुवनेश्वर कुमार और रविचंद्रन अश्विन जैसे कुछ सीनियर खिलाड़ियों की जगह खतरे में हो सकती है. वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टी-20 मुकाबले कोलकाता में 16 से 20 फरवरी के बीच खेले जाएंगे.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र के मुताबिक, रोहित वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए फिट और उपलब्ध हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज शुरू होने तक रोहित के रिहैबिलिटेशन को साढ़े सात हफ्ते से अधिक का समय हो जाएगा. वह मुंबई में पहले ही ट्रेनिंग शुरू कर चुके हैं और फिटनेस परीक्षण के लिए उनके बेंगलुरू जाने और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से औपचारिक स्वीकृति लेने की उम्मीद है.
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यह लगभग तय है कि फिलहाल रोहित को ही टेस्ट कप्तान बनाया जाएगा. बीसीसीआई हालांकि 2022 और 2023 में लगातार दो विश्व कप में टीम की अगुआई करने की जिम्मेदारी और काम के बोझ को लेकर अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि लोकेश राहुल की कप्तान के रूप में पहली सीरीज उम्मीद के मुताबिक नहीं रही और फिलहाल उन्हें रोहित के मार्गदर्शन में ही रहना होगा. जब तक कि उन्हें भविष्य में टीम की अगुआई करने के लिए तैयार नहीं माना जाए.
राहुल की अगुआई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में चारों अंतरराष्ट्रीय मुकाबले गवाएं और भारतीय क्रिकेट में फैसले करने वाले लोगों का मानना है कि वह कप्तान के रूप में आगे बढ़कर अगुआई नहीं कर पाए. ऐसे में माना जा रहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग के आगामी सत्र में लखनऊ सुपर जाइंट्स के कप्तान के रूप में राहुल के प्रदर्शन पर सभी की नजरें रहेंगी.
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हार्दिक पंड्या ने नेट पर गेंदबाजी शुरू कर दी है. वह पूरी क्षमता के साथ गेंदबाजी कर पाएंगे या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन छठे नंबर पर वेंकटेश अय्यर की अनुभवहीनता और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के यह स्वीकार करने से कि हार्दिक की कमी खली, बड़ौदा के इस खिलाड़ी की वेस्टइंडीज के खिलाफ वापसी का रास्ता साफ हो सकता है. सूत्र के मुताबिक, आपको याद रखना होगा कि टी-20 विश्व कप के बाद हार्दिक को टी-20 टीम से बाहर किया गया था और उसे फिटनेस के कारण आराम नहीं दिया गया था. चयनकर्ता टी-20 विश्व कप में उनके लचर प्रदर्शन के बाद उन्हें संदेश देना चाहते थे, लेकिन वह अच्छा खिलाड़ी है और उसे लंबे समय तक बाहर नहीं रखा जा सकता. अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ नहीं तो वह श्रीलंका के खिलाफ निश्चित तौर पर वापसी करेगा.
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रविंद्र जडेजा भी पूर्ण फिटनेस हासिल करने के करीब दिख रहे हैं और उनके वेस्टइंडीज या फिर श्रीलंका के खिलाफ वापसी करने की उम्मीद है. भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह के काम के बोझ का प्रबंधन महत्वपूर्ण है और संभावना है कि उन्हें सभी छह मैचों से आराम दिया जा सकता है. बुमराह दक्षिण अफ्रीका में सभी छह मुकाबले खेले थे, जिनमें तीन टेस्ट और 50 ओवर के तीन मैच शामिल थे. उन्होंने इस दौरान सर्वाधिक ओवर (टेस्ट में 104.5 और वनडे में 30) भी किए.
खराब फॉर्म से जूझ रहे भुवनेश्वर कुमार को बाहर किया जा सकता है. जबकि अश्विन को एक और सीरीज में मौका दिया जा सकता है. क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी वापसी सीरीज थी. आवेश खान और हर्षल पटेल जैसे तेज गेंदबाजों को एक बार फिर टी-20 टीम में जगह मिल सकती है.