नई दिल्ली : रविंद्र सिंह जडेजा अपने दाहिने घुटने की चोट के कारण लंबे समय से क्रिकेट से दूर थे. लेकिन अब उनकी टेस्ट टीम में वापसी हो गई है. घुटने की सर्जरी के लिए उन्हें पिछले साल सितंबर में एशिया कप छोड़ना पड़ा था. जडेजा बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हैं. वो 9 फरवरी से नागपुर में शुरू होने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा हैं. सीरीज का दूसरा टेस्ट दिल्ली में और अंतिम दो मैच धर्मशाला और अहमदाबाद में खेले जाएंगे.
चयनकर्ताओं ने रविंद्र सिंह जडेजा (Ravindra Singh Jadeja) को इस शर्त पर चुना कि उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) द्वारा पूरी तरह से फिट घोषित किया जाएगा. जानकारी अनुसार जडेजा ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से पहले उन्हें फिटनेस परीक्षण देना होगा. जडेजा ने पिछले साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में एकमात्र टेस्ट खेला था. एनसीए (NCA) और भारतीय टीम प्रबंधन ने जडेजा के ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में भाग लेने से पहले रणजी मैच खेलने पर सहमति दी है.
जडेजा बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जो ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में टीम के लिए किफायती साबित होंगे. जडेजा आर अश्विन टीम में मुख्य स्पिनर हैं जो नंबर 5 या 6 पर मध्य क्रम को मजबूत करते हैं. जडेजा ने 2016-17 में भारत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली टेस्ट श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन किया था. द्विपक्षीय श्रृंखला में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था. धर्मशाला में अंतिम टेस्ट में जडेजा ने 63 रनों की पारी खेली थी और चार विकेट लिए थे.
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जडेजा ने सीरीज में 25 विकेट लिये थे और 127 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए थे. जडेजा ने साल 2017 के बाद से 19 टेस्ट में 21.46 की औसत से 82 विकेट लिए हैं. इसके अलावा उन्होंने 52.82 के औसत से दो शतक और सात अर्द्धशतक के साथ 898 रन बनाए हैं. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) का परिणाम भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. क्योंकि दोनों जून में ओवल में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भाग लेने की दौड़ में सबसे आगे हैं.