लंदन: भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शेड्यूलिंग के मुद्दे को देखते हुए टी-20 मैचों की संख्या में कमी करने का आह्वान किया है. दक्षिण अफ्रीका ने जनवरी 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज से हटने का फैसला किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके खिलाड़ी देश में आगामी नई घरेलू टी-20 प्रतियोगिता के लिए उपलब्ध हों.
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के लिए तीनों प्रारूपों में खेलना मुश्किल हो गया था. इसलिए उन्होंने 31 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. शास्त्री वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम में स्काई स्पोर्ट्स कमेंट्री टीम के सदस्य के रूप में हैं. उनका मानना है कि द्विपक्षीय टी-20 मैच को कम किया जाना चाहिए.
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शास्त्री ने वॉनी एंड टफर्स पॉडकास्ट के एक एपिसोड में कहा, मैं द्विपक्षीय सीरीज की संख्या को कम करने के लिए कहूंगा, खासकर टी-20 क्रिकेट में. फ्रेंचाइजी क्रिकेट प्रोत्साहित किया जा सकता है, चाहे वह भारत, वेस्टइंडीज या पाकिस्तान जैसे देश में हों. भारत के पूर्व ऑलराउंडर और साल 1983 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य शास्त्री ने आगे खेल के सबसे लंबे प्रारूप के भविष्य के लिए टेस्ट क्रिकेट में दो डिवीजन बनाने के लिए कहा.
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उन्होंने कहा, आपको शीर्ष स्तर पर छह टीम की जरूरत है और दूसरे स्तर पर छह टीम और फिर आप क्वॉलीफाई करोगे. इन शीर्ष छह टीम को एक-दूसरे के खिलाफ अधिक खेलने का मौका मिलेगा, क्योंकि कम टी-20 क्रिकेट और सिर्फ फ्रेंचाइजी क्रिकेट होने से समय मिलेगा. इसी तरह खेल के सभी प्रारूप बरकरार रह सकते हैं.