ढाका: तीन मैचों की टी20 श्रृंखला से पहले एक अभ्यास सत्र के दौरान मीरपुर मैदान पर अपना झंडा लगाने के पाकिस्तान क्रिकेट टीम के फैसले से यहां बड़ा विवाद पैदा हो गया और बांग्लादेश के कई प्रशंसकों ने इसे देश की आजादी के स्वर्ण जयंती समारोहों से पहले राजनीतिक कदम बताया है.
एक प्रशंसक ने फेसबुक पर लिखा, "कई देश कई बार बांग्लादेश आये हैं और अनेक मैच खेले हैं लेकिन किसी ने भी अभ्यास सत्र में अपने देश का झंडा जमीन पर नहीं गाड़ा. ऐसा क्यो किया गया. वो क्या साबित करना चाहते हैं."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मामले को तूल पकड़ता देख सफाई में कहा कि पिछले दो महीने से वे टीम के अभ्यास के दौरान देश का झंडा जमीन में गाड़कर खेल रहे हैं.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
परंपरागत रूप से अंतरराष्ट्रीय या द्विपक्षीय मैचों के दौरान सभी प्रतिस्पर्धी देशों का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. लेकिन बीसीबी ने 2014 में दर्शकों द्वारा विदेशी झंडे ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे बाद में कड़ी आलोचना के बाद उन्होंने अपने इस फैसले को वापस ले लिया.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम 19 नवंबर से यहां शुरू हो रहे तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए सोमवार को ढाका पहुंची हैं जिससे पहले वो टी-20 विश्व कप के लिए यूएई में थी.
विश्व कप में पाकिस्तान ने शानदार प्रदर्सन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई जिसके बाद वो ऑस्ट्रेलिया से हार गए.