नई दिल्ली : भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पिता के निधन पर अपने भावनात्मक संघर्ष के बारे में कहा कि वह कोविड-19 महामारी के समय 'बायो-बबल' में रहने के दौरान अपने कमरे में अक्सर रोते रहते थे. बता दें कि हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज के पिता मोहम्मद गौस का नवंबर 2020 में संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया था. सिराज इस समय ऑस्ट्रेलिया में थे और वैश्विक महामारी के कारण लागू पृथकवास प्रतिबंधों के कारण वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के लिए खेलने वाले सिराज ने कहा है कि, 'ऑस्ट्रेलिया में कोई भी दूसरे खिलाड़ियों के कमरे में नहीं जा सकता था. ऐसे में हम वीडियो कॉल पर बात करते थे. उन्होंने आरसीबी ‘सीजन 2 पॉडकास्ट’ में कहा, 'श्रीधर सर (भारत के पूर्व क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर) अक्सर फोन पर हाल-चाल पूछते थे. वह पूछते थे कि कि आप कैसे हैं, आपने क्या खाया है. इससे मुझे अच्छा लगता था. उस समय मेरी मंगेतर भी मुझ से फोन पर बात कर मेरा हौसला बढ़ाती थी'.
पिता की मौत से टूट गया था
भारत के स्टार तेज गेंदबाज ने सिराज ने पिता की मौत के बाद की अपनी स्थिति के बारे में भी बताया है. उन्होंने कहा कि, 'मैं फोन पर कभी नहीं रोया लेकिन ऐसे मौके आए जब मैं कमरे में रो दिया करता था और फिर बाद में उससे (मंगेतर) बात करता था'. सिराज ने बताया कि इस स्थिति में टीम के तत्कालीन मुख्य कोच रवि शास्त्री ने उनका समर्थन कर हौसला बढ़ाया था.
पिता की मौत के अगले दिन की प्रैक्टिस
सिराज ने यह भी खुलासा किया है कि पिता की मौत के अगले ही दिन उन्होंने प्रैक्टिस की थी. उन्होंने कहा कि, 'मैं अपने पिता के निधन के अगले दिन प्रशिक्षण के लिए गया और रवि शास्त्री ने मुझसे कहा कि पिता की दुआएं मेरे साथ है और मैं पांच विकेट लूंगा. जब मैंने ब्रिस्बेन में पांच विकेट लिए तो उन्होंने मुझसे कहा, 'देखो, मैंने तुमसे क्या कहा था कि तुम पांच विकेट लोगे'.
(इनपुट: पीटीआई भाषा)