तिरुवनंतपुरम : 1983 क्रिकेट विश्व कप जीत की 40वीं वर्षगांठ पर केरल के एक रिटायर्ड कॉलेज प्रोफेसर ने एक संगीत वीडियो और एक कैलेंडर लांच किया है. इसमें उन्होंने सभी ऐतिहासिक पलों को कैद किया है. प्रोफेसर एम.सी. वशिष्ठ मालाबार क्रिश्चियन कॉलेज, कैलीकट के इतिहास विभाग के पूर्व प्रमुख रहे हैं. वो क्रिकेट इतिहासकार और कवि भी हैं. उन्होंने एक गीत संकलित किया है और भारत द्वारा पहली बार विश्व कप जीत के 40वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए एक कैलेंडर लांच किया है. उन्होंने इस खास अवसर पर कहा कि गीत के बोल मेरे हैं जिसकी मेरे छात्र साई गिरिधर ने धुन बनाई है और गाया है. गीत और कैलेंडर का मकसद 'राष्ट्रीय एकता के लिए क्रिकेट' संदेश को बढ़ावा देना है.
ऐतिहासिक जीत से संबंधित तस्वीरों में कैद किए गए कई क्रिकेटिंग पलों के अलावा, कैलेंडर में सबसे प्रभावशाली चित्रण विजेता भारतीय क्रिकेट टीम की पे स्लिप है. यह 9 सितंबर 1983 को एकदिवसीय मैच के लिए भारतीय टीम को किए गए भुगतान के बारे में है. सभी खिलाड़ियों और टीम मैनेजर बिशन सिंह बेदी को तीन दिनों के लिए प्रति दिन 200 रुपये का दैनिक भत्ता दिया गया. इसके साथ ही 1500 रूपए का मैच फीस का भुगतान भी किया गया, जिससे कुल भुगतान 2,100 रुपये हो गया.
प्रत्येक खिलाड़ी ने 2,100 रुपये की राशि प्राप्त करने पर हस्ताक्षर भी किए हैं. वशिष्ठ ने कहा कि 25 जून 2023 को 1983 की विश्वकप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम की याद में मैं अपने स्कूल मालाबार क्रिश्चियन कॉलेज हायर सेकेंडरी स्कूल, कोझिकोड में एक प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा हूं. इस दिन 40 साल पहले, कपिल देव के नेतृत्व में भारतीय टीम ने विश्व कप फाइनल में शक्तिशाली वेस्टइंडीज को हराया था. 25 जून 1983 को भारतीय टीम ने पहली बार वर्ल्डकप ट्रॉफी जीती थी. उस दौरान वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराया था.
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(आईएएनएस)