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जानिए दोनों हाथ गंवाकर पैर से गेंदबाजी करने वाले इस क्रिकेटर की प्रेरणादायक कहानी - Para Cricketer

जम्मू कश्मीर के एक क्रिकेटर ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. आमिर हुसैन के दोनों हाथ नहीं है इसके बाद भी वो क्रिकेट खेलते हैं और क्रिकेट के लिए उनकी दीवानगी देखने के बाद उन पर एक बायोपिक भी बनने वाली है.

para cricketer Aamir Hussain
पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 12, 2024, 1:15 PM IST

Updated : Jan 12, 2024, 2:46 PM IST

नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान पर आपको स्वस्थ शरीर के साथ-साथ हिम्मत और हौसले की भी जरूरत होती है. लेकिन क्या हो जब क्रिकेट खेलने के लिए आपके पास हिम्मत और हौसला तो हो लेकिन दोनों हाथ ना हो. ऐसे में अक्सर लोगों की हिम्मत और हौसला टूट जाते हैं और वो अंधेरे में गुम हो जाते हैं लेकिन आमिर हुसैन एक ऐसा नाम है, जिन्होंने अपने दोनों हाथ गंवाने के बाद भी हार नहीं मानी और हिम्मत और हौसले के साथ क्रिकेट खेलना जारी रखा. आज वो क्रिकेट के क्षेत्र में एक ऐसा नाम बन गए हैं जिनसे हर कोई प्रेरणा लेना चाहेगा.

  • #WATCH | Anantnag, J&K: 34-year-old differently-abled cricketer from Waghama village of Bijbehara. Amir Hussain Lone currently captains Jammu & Kashmir's Para cricket team. Amir has been playing cricket professionally since 2013 after a teacher discovered his cricketing talent… pic.twitter.com/hFfbOe1S5k

    — ANI (@ANI) January 12, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आमिक हुसैन हाथों के खेलते हैं क्रिकेट
दरअसल कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में स्थित वाघामा गांव के रहने वाले 34 वर्षीय आमिर हुसैन दोनों हाथ ना होने के बावजूद क्रिकेट खेलते हैं. आमिर एक दिव्यांग क्रिकेटर हैं. जिन्हें जम्मू-कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हुसैन अपने पैरों से गेंदबाजी करते हैं. इसके साथ ही वो अपनी ठोड़ी और गर्दन के बीच बल्ला फंसाकर बल्लेबाजी करते हैं.

आमिर पर जल्द बनेगी बायोपिक
आमिर हुसैन ने हाल ही में शारजाह में आयोजित संयुक्त अरब अमीरात दुबई प्रीमियर लीग में भी हिस्सा लिया था. तब उनका प्रदर्शन कई दिग्गजों की निगाहों में आया और उनके खेल की जमकर तारीफ हुई. बताते चलें कि साल 2013 में उन्हें एक टीचर ने खोजा और फिर उन पर काम करना शुरू किया. इसके बाद आमिर ने अपने खेल में सुधार किया. अब उनकी लाइफ पर मुंबई स्थित फिल्म प्रोडक्शन हाउस 'पिकल एंटरटेनमेंट' एक बायोपिक बनाने वाला है.

8 साल की उम्र में गंवाए थे दोनों हाथ
आमिर हुसैन जब 8 साल के थे तब उनके साथ एक दुर्घटना हुई थी. उनके पिता की एक आरा मशीन थी. इस आरा मशीन में उनके साथ दुर्घटना हुई और उन्होंने अपने दोनों हाथों खो दिए थे. ये समय आमिर और उनके परिवार के लिए काफी दुखद था. इसके बाद भी उन्होंने क्रिकेट के लिए अपना प्यार और समर्पण नहीं छोड़ा और आज वो हासिल कर लिया जो वो करना चाहते थे.

ये भी पढ़ें : शून्य पर आउट होने के बावजूद रोहित शर्मा के नाम दर्ज हुआ ये बड़ा रिकॉर्ड

नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान पर आपको स्वस्थ शरीर के साथ-साथ हिम्मत और हौसले की भी जरूरत होती है. लेकिन क्या हो जब क्रिकेट खेलने के लिए आपके पास हिम्मत और हौसला तो हो लेकिन दोनों हाथ ना हो. ऐसे में अक्सर लोगों की हिम्मत और हौसला टूट जाते हैं और वो अंधेरे में गुम हो जाते हैं लेकिन आमिर हुसैन एक ऐसा नाम है, जिन्होंने अपने दोनों हाथ गंवाने के बाद भी हार नहीं मानी और हिम्मत और हौसले के साथ क्रिकेट खेलना जारी रखा. आज वो क्रिकेट के क्षेत्र में एक ऐसा नाम बन गए हैं जिनसे हर कोई प्रेरणा लेना चाहेगा.

  • #WATCH | Anantnag, J&K: 34-year-old differently-abled cricketer from Waghama village of Bijbehara. Amir Hussain Lone currently captains Jammu & Kashmir's Para cricket team. Amir has been playing cricket professionally since 2013 after a teacher discovered his cricketing talent… pic.twitter.com/hFfbOe1S5k

    — ANI (@ANI) January 12, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आमिक हुसैन हाथों के खेलते हैं क्रिकेट
दरअसल कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में स्थित वाघामा गांव के रहने वाले 34 वर्षीय आमिर हुसैन दोनों हाथ ना होने के बावजूद क्रिकेट खेलते हैं. आमिर एक दिव्यांग क्रिकेटर हैं. जिन्हें जम्मू-कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हुसैन अपने पैरों से गेंदबाजी करते हैं. इसके साथ ही वो अपनी ठोड़ी और गर्दन के बीच बल्ला फंसाकर बल्लेबाजी करते हैं.

आमिर पर जल्द बनेगी बायोपिक
आमिर हुसैन ने हाल ही में शारजाह में आयोजित संयुक्त अरब अमीरात दुबई प्रीमियर लीग में भी हिस्सा लिया था. तब उनका प्रदर्शन कई दिग्गजों की निगाहों में आया और उनके खेल की जमकर तारीफ हुई. बताते चलें कि साल 2013 में उन्हें एक टीचर ने खोजा और फिर उन पर काम करना शुरू किया. इसके बाद आमिर ने अपने खेल में सुधार किया. अब उनकी लाइफ पर मुंबई स्थित फिल्म प्रोडक्शन हाउस 'पिकल एंटरटेनमेंट' एक बायोपिक बनाने वाला है.

8 साल की उम्र में गंवाए थे दोनों हाथ
आमिर हुसैन जब 8 साल के थे तब उनके साथ एक दुर्घटना हुई थी. उनके पिता की एक आरा मशीन थी. इस आरा मशीन में उनके साथ दुर्घटना हुई और उन्होंने अपने दोनों हाथों खो दिए थे. ये समय आमिर और उनके परिवार के लिए काफी दुखद था. इसके बाद भी उन्होंने क्रिकेट के लिए अपना प्यार और समर्पण नहीं छोड़ा और आज वो हासिल कर लिया जो वो करना चाहते थे.

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Last Updated : Jan 12, 2024, 2:46 PM IST
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