हैदराबाद: पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस टीम के लिए आईपीएल 2022 सीजन काफी बुरा रहा. लेकिन इस सीजन मुंबई इंडियंस टीम से एक ऐसा नाम सामने आया, जिसने क्रिकेट जगत में एक अलग पहचान बना ली है. यहां बात हो रही है मुंबई टीम के लिए इस सीजन डेब्यू करने वाले तिलक वर्मा की. उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए काफी प्रभाव छोड़ा.
बता दें, तिलक वर्मा इस सीजन में 14 मैचों में 397 रन बनाए और मुंबई के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर रहे. सुनील गावस्कर और रोहित शर्मा ने भी उनके प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि वह तीनों प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए एकदम सही हैं. शानदार डेब्यू सीजन के बाद हैदराबाद पहुंचने के बाद, तिलक ने ईटीवी भारत के साथ अपना अनुभव साझा किया...
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एक ऑलराउंडर के रूप में...
मुझे अपने डेब्यू सीजन में छाप छोड़ने की उम्मीद नहीं थी. मैंने सोचा भी नहीं था कि मुझे खेलने का मौका मिलेगा. 14 मैच खेलना और दूसरा सर्वोच्च स्कोरर बनना एक शानदार अनुभव है. यह दुख की बात है कि टीम प्लेऑफ के लिए क्वॉलीफाई नहीं कर पाई. मैंने लगभग सभी मैचों में बल्लेबाजी की है. मैंने खेलते समय सभी की सलाह और सुझावों को ध्यान में रखा. मुझे खुशी होती है अगर कोई मेरी बल्लेबाजी के बारे में सकारात्मक बातें कर रहा होता है. मेरी आंखों में आंसू आ गए जब कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने मुझसे कहा कि तिलक एक दिन तुम टीम इंडिया के लिए खेलोगे. जब भी मैं मैदान में जाता था, मुझे ये शब्द याद आते थे. उन्होंने कहा कि अगले साल मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी. वे मुझे एक पूर्ण ऑलराउंडर के रूप में देखना चाहते हैं. मैं टीम इंडिया को ध्यान में रखकर अच्छा ऑलराउंडर बनने की कोशिश कर रहा हूं.
पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों से मिली सीख
सचिन तेंदुलकर, महेला जयवर्धने, जहीर खान और रोहित शर्मा, मैंने उन्हें टीवी पर देखा लेकिन उनसे कभी नहीं मिला. पहली बार जब मैंने उन्हें होटल में देखा तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए. मुझमें इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं उनसे बात कर सकूं. उन्होंने मैच से पहले चर्चा में भाग लिया और मेरे साथ काफी अच्छा व्यवहार किया. इसके बाद डर की कोई गुंजाइस नहीं बची. उन सभी ने मैदान पर मेरा सहयोग किया. उन्होंने किसी भी गेंदबाज के खिलाफ बल्लेबाजी करने के टिप्स दिए. सचिन, जयवर्धने और जहीर ने मुझे सिखाया है कि बिना तनाव के खेल का आनंद कैसे लिया जाए.
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कप्तान से मिला सुझाव...
मुंबई इंडियंस के टीम से जुड़ने के अगले दिन मैंने एक सत्र में कप्तान रोहित के साथ अभ्यास किया. वह मेरी बल्लेबाजी से हैरान थे. दूसरे दिन के अभ्यास सत्र के दौरान उन्होंने मेरा परीक्षण भी किया. वह तुरंत मेरे पास आए और मुझसे कहा कि इतनी कम उम्र में मुझमें बहुत प्रतिभा है. उन्होंने सुझाव दिया कि मैं एकाग्रता के साथ खेलना जारी रखूं. उन्होंने मुझसे तनाव न लेने के लिए कहा. उनकी बातों ने मुझे प्रेरित किया. मैंने आखिरी मैच तक उनकी बातों को ध्यान में रखा और उसका पालन किया.
सीनियर्स का सहयोग
चूंकि, मुझे अंडर-19 विश्व कप में खेलने का अनुभव था, इसलिए मैं आईपीएल में भी आसानी से खेलने की कोशिश कर रहा था. लेकिन कप्तान रोहित और सचिन सर सहित टीम प्रबंधन के साथ मुझे बहुत कम दबाव महसूस हुआ. मैंने 14 मैच वन डाउन, टू डाउन और थ्री डाउन के रूप में खेले. मैं किसी भी बल्लेबाजी क्रम में आसानी से खेलता था और मैं फिनिशर बनने की कोशिश करता था.