नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में केन विलियमसन, अजिंक्य रहाणे, जो रूट और टॉम लैथम जैसे पुराने दिग्गज खिलाड़ियों पर कौन सी टीम भरोसा जताती है, यह देखने वाली बात होगी. दुनिया भर के कई खिलाड़ियों ने अपना बेस प्राइस 1 करोड़ या उससे अधिक रखा है, जबकि इस श्रेणी में केवल दो ही भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं. ऐसे में अगर अधिक विदेशी खिलाड़ियों के लेकर अपनी टीम मजबूत करना चाहेंगी तो उन्हें अधिक पैसे खर्च करने होंगे.
इंडियन प्रीमियर लीग में शुक्रवार को मिनी ऑक्शन होगा और 87 खिलाड़ी स्लॉट को भरने के लिए 10 टीमें जोर लगाएंगी. इस दौर में भारतीय व विदेशी खिलाड़ियों को अपनी टीम में लेने की दिलचस्प जंग होगी. 19 खिलाड़ी 1 करोड़, 11 खिलाड़ी 1.5 करोड़ और 17 खिलाड़ियों ने अपना बेस प्राइस 2 करोड़ रखा हुआ है.
23 दिसंबर को होने वाली आईपीएल ऑक्शन में भारत के केवल 2 बल्लेबाज एक करोड़ की बेस प्राइस पर नीलामी के लिए तैयार हैं. इन बल्लेबाजों को पिछले साल खरीदने वाली टीमों ने रिलीज कर दिया है. मयंक अग्रवाल और मनीष पांडेय ने अपना बेस प्राइस 1 करोड़ रखा है. मयंक अग्रवाल को पंजाब किंग्स ने जबकि मनीष पांडे को लखनऊ सुपरजाइंट्स ने रिलीज कर दिया था.
इसके साथ ही साथ अगर विदेशी खिलाड़ियों में देखा जाए तो इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट, वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर रोस्टन चेज, अफगानिस्तान के गेंदबाज मुजीब रहमान, न्यूजीलैंड के विकेटकीपर टॉम लैथम, इंग्लैंड के गेंदबाज ल्यूक वुड और दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन के साथ-साथ अफगानिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद नबी ने अपना बेस प्राइस 1 करोड़ रखा है, जिसे आसानी से टीम ले सकती हैं, जबकि आस्ट्रेलिया के गेंदबाज को कुल्टर नाइल, डेविड मलान, एडम जांपा, जेसन रॉय, शाकिब अली हसन जैसे खिलाड़ियों ने अपना बेस प्राइस 1.5 करोड़ रखा है.
इसके साथ ही साथ दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज रीले रूसो, केन विलियम्सन, सैम करन, जेसन होल्डर, कैमरन ग्रीन, बेनस्टोक्स, निकोलस पूरण एडम मिल्ने, आदिल रशीद, जिम्मी नीशम, टाइमल मिल्स जैसे खिलाड़ियों ने अपना बेस प्राइस 2 करोड़ रखा है. इसीलिए इनको लेने के लिए टीमों को अपेक्षाकृत अधिक धनराशि खर्च करनी पड़ेगी.
अगर आप टीम की स्थिति देखेंगे तो पता चलेगा कि कोलकाता नाइट राइडर्स के पास कुल 14 खिलाड़ी हैं, जिसमें 11 भारतीय व 3 विदेशी खिलाड़ी हैं, जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की टीम में मौजूद 18 प्लेयर्स में 12 भारतीय खिलाड़ियों के साथ 6 विदेशी खिलाड़ी हैं. वहीं राजस्थान रॉयल्स के पास मौजूद 16 प्लेयर्स में 12 खिलाड़ी भारतीय है, जबकि 4 विदेशी खिलाड़ी हैं.
गुजरात टाइटंस की टीम में मौजूदा समय में सर्वाधिक 20 खिलाड़ी हैं, जिसमें 15 भारतीय व 5 विदेशी शामिल हैं. वहीं दिल्ली कैपिटल्स के पास भी फिलहाल 20 प्लेयर्स मौजूद हैं, जिनमें 6 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं. धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स में अभी 18 खिलाड़ी हैं, जिनमें 12 खिलाड़ी भारतीय हैं और 6 खिलाड़ी विदेशी मूल के हैं.
मुंबई इंडियंस की टीम में 16 खिलाड़ी मौजूद हैं, जिसमें 11 खिलाड़ी भारतीय हैं, जबकि 5 विदेशी खिलाड़ी हैं. वहीं लखनऊ सुपरजायंट्स की 15 खिलाड़ियों की टीम में 11 खिलाड़ी देश के हैं, जबकि 4 विदेशी खिलाड़ी भी मौजूद हैं. पंजाब किंग्स के पास फिलहाल 16 खिलाड़ी हैं, जिसमें 11 भारतीय व 5 विदेशी खिलाड़ी हैं. वहीं सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में केवल 12 खिलाड़ी हैं, जिनमें 4 विदेशी खिलाड़ी और 8 भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं.